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दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे चौंकाने वाले रहे। आम आदमी पार्टी (AAP) के कई दिग्गज नेता चुनाव हार गए, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 27 साल बाद राजधानी की सत्ता में दमदार वापसी की।
AAP के बड़े चेहरे धराशायी, BJP ने किया क्लीन स्वीप

दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल को भाजपा के प्रवेश वर्मा ने करारी शिकस्त दी। यह हार AAP के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि केजरीवाल पिछले 10 सालों से सत्ता में थे। इसके अलावा, मनीष सिसोदिया को जंगपुरा सीट से भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह ने हरा दिया, जबकि सत्येंद्र जैन भी अपनी सीट बचाने में नाकाम रहे। भाजपा के करनैल सिंह ने उन्हें भारी मतों से हराया।
आतिशी बनीं ‘AAP’ की इकलौती उम्मीद
इन सब हारों के बीच, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कालकाजी सीट से जीत दर्ज की और पार्टी की साख बचाने में सफल रहीं। हालांकि, यह जीत भी AAP के लिए कोई राहत नहीं लाई, क्योंकि पार्टी इस बार बेहद कमजोर प्रदर्शन कर रही है।
BJP की धमाकेदार एंट्री, दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता की वापसी !

भाजपा ने इस चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की और 70 में से 48 सीटों पर कब्जा कर लिया। आम आदमी पार्टी को सिर्फ 22 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस इस बार भी खाता खोलने में नाकाम रही।चुनाव के बाद BJP मुख्यालय में जश्न का माहौल रहा। पार्टी कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ जीत का जश्न मनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और इसे ‘नई दिल्ली में नए युग की शुरुआत’ बताया।
वोटिंग पर एक नजर दिल्ली में इस बार 60.54% मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव के मुकाबले थोड़ा कम है। 2020 में यह आंकड़ा 62.60% था।
क्या AAP के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है ? इस नतीजे के बाद, सवाल उठता है कि क्या आम आदमी पार्टी का दिल्ली में राजनीतिक ग्राफ नीचे जा रहा है? पार्टी की रणनीतियों और भविष्य को लेकर अब नई चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं। वहीं, भाजपा ने साबित कर दिया कि दिल्ली की राजनीति में अब उनका दबदबा फिर से कायम हो सकता है।
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