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हरिद्वार (मंगलौर)। अगर आप किसी एटीएम से पैसे निकालते वक्त कैश न निकलने की स्थिति को ‘तकनीकी खराबी’ मानकर घर लौटते हैं, तो सावधान हो जाइए!
कोतवाली मंगलौर पुलिस ने एटीएम से जुड़े एक खौफनाक और हाई-टेक धोखाधड़ी का खुलासा किया है जिसमें ठग सिर्फ एक धातु की चिप लगाकर लोगों के पैसे उड़ा लेते थे। यह ठगी किसी तकनीकी हैकिंग से नहीं, बल्कि एक बेहद चालाक और शातिर फिजिकल ट्रिक से की जा रही थी।
SBI ATM से महिला के ₹10,000 उड़ाए, पुलिस ने 24 घंटे में किया खुलासा
घटना की शुरुआत 01 जुलाई 2025 को हुई जब एक महिला ने कोतवाली मंगलौर में शिकायत दर्ज कराई कि SBI ATM गुरुकुल नारसन से पैसे निकालते समय उसके ₹10,000 की धोखाधड़ी हुई है।महिला ने बताया कि ट्रांजैक्शन सफल होने का संदेश आने के बावजूद उसे कैश नहीं मिला और मशीन ने कोई गलती नहीं दिखाई।

इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली मंगलौर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 420 और अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
धातु की चिप से करते थे जालसाजी, ग्राहक को लगता था तकनीकी खराबी

पुलिस जांच में सामने आया कि दो शातिर बदमाश, शावेज़ और गुलफाम, एटीएम मशीन में कैश निकलने वाले स्थान पर पतली धातु की चिप चिपका देते थे। जब कोई ग्राहक एटीएम से पैसे निकालता था, तो नोट मशीन से बाहर आते समय चिप पर अटक जाते थे।ग्राहक को लगता था कि मशीन में कोई खराबी है, जबकि बैलेंस कट चुका होता था। बाद में आरोपी मौके पर जाकर चिप को हटाते और पैसे निकाल लेते।
मुखबिर की सूचना से मिले अहम सुराग, दोनों आरोपी रंगे हाथों गिरफ्तार
मंगलौर पुलिस ने एसआई हेमदत्त भारद्वाज के नेतृत्व में एक टीम गठित की, जिसने अपने सूत्रों (मुखबिर तंत्र) को सक्रिय किया। मुखबिर से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने 02 जुलाई 2025 को SBI ATM नारसन में दो संदिग्धों को पकड़ा, जो फिर से ATM में चिप लगाकर फ्रॉड की तैयारी कर रहे थे।

गिरफ्तारी के दौरान बरामद हुआ:₹10,000 नकद (पीड़िता के पैसे)एक धातु की चिप ATM सेएक अन्य चिप आरोपियों के पास से
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गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
1. शावेज़ पुत्र जब्बार, निवासी कस्बा लंढौरा, कोतवाली मंगलौर, उम्र 21 वर्ष
2. गुलफाम पुत्र यामीन, निवासी उपरोक्त, उम्र 23 वर्षदोनों आरोपी लंबे समय से हरिद्वार, ज्वालापुर, कलियर, लक्सर जैसे क्षेत्रों में ऐसे एटीएम को निशाना बना रहे थे, जहां कोई गार्ड तैनात नहीं होता।
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धोखाधड़ी का तरीका था बेहद शातिर और सटीक योजना वालापुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि:वे पहले ऐसे ATM चिन्हित करते थे जिनमें गार्ड नहीं होते।चिप को बड़ी सफाई से कैश एग्जिट पॉइंट पर लगा दिया जाता था। ट्रांजैक्शन सफल होता, लेकिन नोट चिप पर फंस जाता।
ग्राहक इसे तकनीकी खराबी समझ बैठता और बिना सूचना दिए चला जाता। कुछ समय बाद आरोपी चिप हटाकर पैसे निकाल लेते थे।
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पुलिस टीम की तत्परता से खुलासा, जनता को किया गया सतर्ककोतवाली मंगलौर पुलिस की इस तेज और सटीक कार्यवाही की सराहना की जा रही है।
टीम में शामिल थे:SI हेमदत्त भारद्वाज (चौकी प्रभारी नारसन)कांस्टेबल पंकज, सुधीर, रविन्द्र खत्री HG अवधेश, PRD बृजपाल पुलिस अधीक्षक और स्थानीय अधिकारियों ने ATM से लेन-देन करते समय सतर्कता बरतने की अपील की है और बताया कि इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए आमजन को जागरूक रहना जरूरी है।
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