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Dehradun News :19 फरवरी 2025। Sanskrit echoed in the assembly उत्तराखंड विधानसभा के दूसरे सत्र में एक ऐतिहासिक क्षण सामने आया, जब विधानसभा हाल में संस्कृत संभाषण की गूंज सुनाई दी।त्तराखंड विधानसभा के दूसरे सत्र में एक ऐतिहासिक क्षण सामने आया, जब विधानसभा हाल में संस्कृत संभाषण की गूंज सुनाई दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण के विशेष निर्देशों पर इस पहल को साकार किया गया, जिसमें सभी मंत्रियों और विधायकों को संस्कृत संभाषण का प्रशिक्षण दिया गया।

मध्यान्ह भोजन के बाद जब विधानसभा की कार्यवाही
शुरू होने वाली थी, तब हाल का वातावरण संस्कृत संवाद से गुंजायमान हो उठा। यह न केवल एक नई परंपरा की शुरुआत थी, बल्कि राज्य की द्वितीय राजभाषा संस्कृत को सम्मान देने की दिशा में बड़ा कदम भी। संस्कृत शिक्षा विभाग और संस्कृत अकादमी के संयुक्त प्रयास से यह विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया, जिसमें सरल संस्कृत विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने

संस्कृत भाषा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि संस्कृत के उत्थान से ही भारत को पुनः विश्वगुरु का दर्जा मिल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने इस दिशा में मजबूत कदम उठाते हुए संस्कृत को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया है और अब इसे जन-जन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी हम सभी की है।भाषण सिखाया गया।
शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने
इस अवसर पर कहा कि सरकार राज्य में संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में 13 गांवों को संस्कृत ग्राम घोषित किया गया है, जहां प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है, ताकि ग्रामीणों को सरल संस्कृत संभाषण सिखाया जा सके। उन्होंने संस्कृत शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

इस विशेष प्रशिक्षण सत्र में विधायक भरत चौधरी, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, सौरभ बहुगुणा, विधायक बृजभूषण गैरोला, सविता कपूर, उमेश कुमार, रेनू बिष्ट, सचिव दीपक गैरोला, निदेशक आनंद भारद्वाज, उपनिदेशक डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल, संस्कृत अकादमी के सचिव बाजश्रवा आर्य, पंकज पालीवाल समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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