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लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया: लॉस एंजिल्स के जंगलों में लगी भयावह आग ने पूरे क्षेत्र को त्राहिमाम कर दिया है। पिछले चार दिनों से लगातार फैलती इस आग ने अब तक 11 लोगों की जान ले ली है और हजारों घरों को अपनी चपेट में ले लिया है। इस भयानक त्रासदी को देखकर लॉस एंजिल्स काउंटी के शेरिफ रॉबर्ट लूना ने इसे “परमाणु बम गिरने जैसी स्थिति” बताया है।
शेरिफ लूना ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लगभग 10,000 घर और अन्य संरचनाएं या तो पूरी तरह नष्ट हो चुकी हैं या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि मौतों की संख्या और बढ़ सकती है। उनका कहना है कि फिलहाल कोई अच्छी खबर मिलने की संभावना कम ही है।
पॉश इलाकों तक पहुंची आग
आग ने लॉस एंजिल्स के पॉश इलाकों और हॉलीवुड हिल्स तक को अपनी चपेट में ले लिया है। सड़कों पर यातायात बाधित है, और कई इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई है। हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हो गए हैं।
आग बुझाने में फायर फाइटर्स को कठिनाई
कैलिफोर्निया के वन एवं अग्नि सुरक्षा विभाग ने जानकारी दी है कि पैलिसेड्स इलाके में आग पर 6 प्रतिशत तक काबू पा लिया गया है। हालांकि, ईटन इलाके में आग अब भी नियंत्रण से बाहर है।

फायर फाइटर्स ने आग पर काबू पाने के लिए हरसंभव प्रयास किया है, लेकिन तेज हवाओं और शुष्क मौसम के कारण स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि हवा की दिशा और गति के कारण आग की लपटें फिर से भड़क सकती हैं।
जंगल और संरचनाओं को भारी नुकसान
इस आग ने जंगल के हजारों एकड़ क्षेत्र को खाक कर दिया है। इसके अलावा, कई व्यवसायिक भवन, फार्म हाउस, और सामान्य आवासीय क्षेत्र भी इस विनाशकारी आग के शिकार हो गए हैं। अग्नि सुरक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है, लेकिन नुकसान का आकलन और प्रभावित लोगों की मदद करना लंबी प्रक्रिया होगी।
राहत और बचाव कार्य जारी

सरकार और स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी शिविरों की व्यवस्था की गई है। लोगों को भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही, एनजीओ और स्वयंसेवी संगठन भी राहत कार्यों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
लॉस एंजिल्स में यह आग अब तक की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदाओं में से एक है। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते तापमान और शुष्क जलवायु परिस्थितियों ने इस आग को और अधिक घातक बना दिया है। स्थानीय प्रशासन ने निवासियों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और आपात स्थिति में तुरंत सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क करें।
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