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नई टिहरी (उत्तराखंड): उत्तराखंड के टिहरी जनपद के जाखणीधार ब्लॉक अंतर्गत न्याय पंचायत नंदगांव में विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत एक कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें किसानों को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर विशेषज्ञों और विभागीय अधिकारियों ने किसानों से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।
गोष्ठी का शुभारंभ निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य विनोद बिष्ट द्वारा किया गया। उन्होंने किसानों को बताया कि सरकार कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर और लाभकारी बनाने के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि अब किसानों को कृषि यंत्रों पर 90% तक की सब्सिडी, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, फसल बीमा, मृदा परीक्षण सुविधा जैसी सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
कृषि विशेषज्ञों ने दी आधुनिक खेती की सलाह
कार्यक्रम में कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी पवन काला ने कहा कि आज के दौर में किसानों को सिर्फ पारंपरिक खेती तक सीमित न रहकर आधुनिक तकनीकों और नई किस्मों को अपनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने की दिशा में निरंतर काम कर रही है। इसके लिए उन्हें कृषि क्षेत्र में तकनीकी प्रशिक्षण, सरकारी अनुदान, और बाजार सुविधा जैसे संसाधन दिए जा रहे हैं।
खरीफ फसलों की बुआई पर चर्चा
सहायक कृषि अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत ने इस मौके पर किसानों को खरीफ फसलों की बुआई के तरीके समझाए और जलवायु के अनुसार बीज चयन की सलाह दी। वहीं वानिकी महाविद्यालय रानीचौरी के डॉ. राजेश बिजल्वाण ने बताया कि पारंपरिक खेती के साथ ही सगंध पौधों और वन उत्पादों की खेती को भी बढ़ावा देना चाहिए ताकि किसानों को अधिक लाभ मिल सके।
जंगली जानवरों से फसल बचाने के उपाय
डॉ. बिजल्वाण ने एक गंभीर विषय पर भी ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि कई बार जंगली जानवर फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं, ऐसे में किसानों को ऐसी फसलें उगाने पर विचार करना चाहिए जो जानवरों से सुरक्षित रहें, साथ ही राज्य सरकार द्वारा दी जा रही सुरक्षा योजना का लाभ लेना चाहिए।पशुपालन से आयवर्धन की सलाहपशु चिकित्साधिकारी डॉ. आकाश उनियाल ने किसानों को पशुपालन की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा निःशुल्क टीकाकरण, दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण, और पशुओं के लिए चारा प्रबंधन जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
प्रगतिशील किसानों के अनुभव भी हुए साझागोष्ठी में प्रगतिशील किसान सीताराम भट्ट ने नगदी फसलों की खेती पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि वे कैसे पारंपरिक खेती से हटकर सब्जियां और मसाले उगाकर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने अन्य किसानों को भी कृषि के साथ उद्यान और बागवानी को अपनाने की सलाह दी।
ग्राम स्तर पर योजनाओं के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता गोष्ठी में मौजूद उद्यान निरीक्षक नवनीत मैठाणी, पूर्व प्रधान आशाराम भट्ट, त्रिलोक बिष्ट, धर्म सिंह गुनसोला, हर्ष मणि सेमवाल आदि ने एक स्वर में यह कहा कि सरकार की योजनाएं तभी सफल होंगी जब उनकी जागरूकता गांव-गांव तक पहुंचे। इसके लिए प्रत्येक किसान तक समय पर सूचना और सहायता पहुंचाना जरूरी है।
यदि आप एक किसान हैं और अब तक सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाए हैं, तो आज ही अपने क्षेत्र के कृषि विभाग, पशुपालन कार्यालय या ब्लॉक कार्यालय से संपर्क करें। सरकार की योजनाएं आपकी आमदनी बढ़ाने, खेती को सुरक्षित और आधुनिक बनाने के लिए हैं। अधिक जानकारी और अपडेट के लिए ‘ज्वालापुर टाइम्स न्यूज’ से जुड़े रहें।
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