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रिपोर्टर (सचिन शर्मा)
हरिद्वार पुलिस ने रविवार सुबह से शहर और देहात क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सत्यापन अभियान चलाया। इस दौरान होटलों, धर्मशालाओं, किराये के मकानों और संदिग्ध व्यक्तियों की गहन जांच की गई। पुलिस का यह प्रयास आमजन की सुरक्षा और शांति व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है।
क्यों जरूरी है सत्यापन अभियान?

हरिद्वार धार्मिक नगरी होने के साथ-साथ पर्यटकों और बाहरी कामगारों का भी प्रमुख केंद्र है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं और हजारों लोग रोज़गार के लिए निवास करते हैं। ऐसे में असामाजिक तत्व भी भीड़ में घुल-मिलकर गतिविधियाँ करने की कोशिश करते हैं। पूर्व में कई बार देखा गया है कि बिना सत्यापन किए गए किरायेदार या होटल में ठहरे अज्ञात लोग आपराधिक घटनाओं में संलिप्त पाए गए हैं। इसी पृष्ठभूमि में पुलिस ने यह व्यापक सत्यापन अभियान शुरू किया है।
कहाँ और कैसे हुआ अभियान?
रविवार सुबह से हरिद्वार पुलिस ने शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक सघन सत्यापन अभियान चलाया।
- होटल व धर्मशालाएँ: यात्रियों का पहचान पत्र जांचा गया और उनके ठहराव का रजिस्टर सत्यापित किया गया।
- किरायेदार मकान: बिना सत्यापन के रह रहे लोगों की पड़ताल की गई और मकान मालिकों को चेतावनी दी गई।
- गुड़ की चरखी व औद्योगिक क्षेत्र: यहां काम कर रहे मजदूरों व कर्मचारियों के दस्तावेज चेक किए गए।
- संदिग्ध व्यक्तियों: सड़क पर घूम रहे संदिग्ध व्यक्तियों की बारीकी से जांच कर उनकी पहचान की पुष्टि की गई।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अभियान आमजन की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए चलाया जा रहा है।
“हरिद्वार पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, यह अभियान आम जनता की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है. यह अभियान अपराधियों पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए भी शुरू किया गया है.
उन्होंने यह भी कहा कि किरायेदारों का सत्यापन न कराने वाले मकान मालिकों पर चलानी कार्रवाई की जा रही है, ताकि भविष्य में कोई सुरक्षा खतरा न पैदा हो।
जनता और कारोबार पर असर

इस अभियान से आमजन को सुरक्षा का विश्वास मिला है। होटल व्यवसायियों और धर्मशालाओं के प्रबंधकों को अब अपने रजिस्टर और पहचान प्रक्रिया को और मजबूत करने की जिम्मेदारी का अहसास हुआ है।
- यात्री और श्रद्धालु: सुरक्षित माहौल में अपनी यात्रा कर पाएंगे।
- मकान मालिक: अब किरायेदार का सत्यापन न कराने पर चालान का डर रहेगा।
- व्यापारी वर्ग: होटल व गेस्ट हाउस मालिक अपनी व्यवस्थाएँ सख्ती से लागू करेंगे।
पहले भी हुए ऐसे अभियान
पिछले वर्षों में भी पुलिस ने कई बार सत्यापन अभियान चलाए हैं, जिनमें कई वांछित अपराधी और संदिग्ध व्यक्ति पकड़े गए थे। हरिद्वार में चल रही राष्ट्रीय खेल की प्रतियोगिताओं के मद्देनजर रानीपुर पुलिस की ओर से चलाए गए सत्यापन अभियान में 80 बाहरी लोगों का सत्यापन किया गया। अभियान में पांच ऐसे मकान मालिकों का चालान किया गया, जिन्होंने किराएदारों का सत्यापन नहीं कराया था।
इन अभियानों से यह साफ साबित हुआ है कि नियमित सत्यापन से अपराधों में कमी आती है और लोगों में सुरक्षा की भावना मजबूत होती है।
हरिद्वार पुलिस का यह अभियान न केवल अपराधियों पर शिकंजा कसने का प्रयास है, बल्कि जनता को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने का भी महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस की अपील है कि किरायेदार या होटल में ठहरने वाले हर व्यक्ति का सत्यापन ज़रूरी रूप से कराया जाए। इससे समाज में शांति, सुरक्षा और विश्वास बनाए रखने में मदद मिलेगी।
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