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उत्तर प्रदेश :पीलीभीत
जिले में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ का मामला एक नया मोड़ ले चुका है। इस घटना में मारे गए तीन आतंकियों का लंदन से कनेक्शन सामने आया है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से जुड़े इन आतंकियों को लंदन से एक इंटरनेट कॉल की गई थी। यह कॉल आतंकियों की मदद के लिए स्थानीय युवक से संपर्क करने के उद्देश्य से की गई थी।
मुठभेड़ और जांच के अहम खुलासे
मुठभेड़ में शामिल तीन आतंकियों के पास जो कॉल आई थी, वह लंदन से की गई थी। यह कॉल पीलीभीत के एक स्थानीय युवक को की गई थी, जो बाद में इन आतंकियों की सहायता करता हुआ देखा गया। पुलिस ने घटनास्थल के पास के होटलों और अन्य जगहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें यह युवक आतंकियों के साथ नजर आया।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने इस युवक की पहचान की, जो पीलीभीत जिले के गजरौला इलाके का निवासी है। इसके साथ ही एक और युवक की पहचान हुई, जो आतंकियों के साथ देखा गया। दोनों युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
लंदन से आया कॉल और संदिग्ध व्यक्ति
पुलिस ने बताया कि लंदन से कॉल करने वाला व्यक्ति पहले ग्रीस में रह चुका है और अब लंदन में है। यह कॉल आतंकियों की योजना में मदद के लिए की गई थी। पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब इस कॉल के पीछे छिपे उद्देश्य और नेटवर्क का पता लगाने में जुटी हुई हैं।
पंजाब में ग्रेनेड हमला और उसका कनेक्शन
इस मुठभेड़ का संबंध पंजाब में एक पुलिस चौकी पर हुए ग्रेनेड हमले से है। यह हमला खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के द्वारा किया गया था। पिछले एक महीने में यह पंजाब में सातवां ग्रेनेड हमला था। जानकारी के अनुसार, हमलावर एक ऑटो में सवार होकर आए और पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंककर फरार हो गए।
खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का बयान

इस हमले की जिम्मेदारी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने ली थी। एक पोस्ट के माध्यम से उन्होंने बताया कि यह हमला जत्थेदार भाई रणजीत सिंह जम्मू और भाई जसविंदर सिंह बागी उर्फ मनु अगवान की देखरेख में किया गया। पोस्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि इस हमले का उद्देश्य सिख समुदाय के खिलाफ अपमानजनक और गलत टिप्पणियों का जवाब देना था।
पंजाब पुलिस और एनआईए की कार्रवाई

पंजाब में ग्रेनेड हमले के बाद राज्य में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) ने इसे बड़े आतंकी हमले का संकेत मानते हुए अलर्ट जारी किया और पंजाब के कई इलाकों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण इनपुट प्राप्त हुए, जिन्हें पंजाब पुलिस को सौंपा गया।
इन इनपुट्स के आधार पर पंजाब पुलिस ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर पीलीभीत में कार्रवाई की। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने पुलिस पर गोलीबारी की, जिसमें तीन आतंकी मारे गए।
पुलिस की तत्परता और आगामी कदम
पीलीभीत पुलिस अब हिरासत में लिए गए युवकों और लंदन से जुड़े नेटवर्क का पता लगाने में जुटी हुई है। इस मामले में आगे की कार्रवाई और जांच जारी है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इन आतंकियों की योजना क्या थी और इस साजिश में कौन-कौन शामिल हैं।
यह मामला आतंकियों के नेटवर्क और उनकी अंतरराष्ट्रीय मदद की तरफ इशारा करता है, जिसे रोकने के लिए पुलिस और एजेंसियां सतर्क हैं।