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हरिद्वार : पथरी
हरिद्वार के पथरी क्षेत्र के बिशनपुर कुंडी गांव में एक महीने पहले हुई फायरिंग की घटना का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस मामले में खुद को पीड़ित बताने वाला पुरुषोत्तम ही पूरी साजिश का मास्टरमाइंड निकला। उसने अपने पड़ोसी तेलूराम को फंसाने के लिए नाबालिग की मदद से अपने ही घर पर फायरिंग करवाई।
कैसे खुला राज़?
28 नवंबर की रात पुरुषोत्तम ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी थी कि बाइक सवार दो युवकों ने उसके घर पर फायरिंग की है, जिसमें उसे छर्रे भी लगे हैं। इस सूचना पर पथरी थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।
पुलिस ने घटना स्थल की बारीकी से जांच की, आसपास के लोगों से पूछताछ की, और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। लेकिन जांच के दौरान पुरुषोत्तम का व्यवहार संदिग्ध लगने लगा। उसने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो भी वायरल किया।
एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हर एंगल से जांच शुरू की।
नाबालिग से पूछताछ में हुआ खुलासा
तफ्तीश के दौरान पुलिस को एक नाबालिग की भूमिका के बारे में जानकारी मिली।
जब उससे पूछताछ की गई, तो पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया। नाबालिग ने बताया कि पुरुषोत्तम ने खुद के घर पर फायरिंग कराई थी।
पड़ोसी को फंसाने की थी साजिश
एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल के अनुसार, पुरुषोत्तम और उसके पड़ोसी तेलूराम के बीच चार साल से रंजिश चल रही थी। पुरुषोत्तम ने नाबालिग की मदद से इस साजिश को अंजाम दिया ताकि तेलूराम को हत्या के प्रयास के झूठे मामले में फंसाया जा सके।
पुरानी रंजिश की जड़ें
सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल ने बताया कि कुछ साल पहले पुरुषोत्तम के पिता चंद्रपाल ने तेलूराम को कुछ बीघा जमीन बेची थी। चंद्रपाल की मृत्यु के बाद पुरुषोत्तम ने उस जमीन को लेकर लालच में आकर तेलूराम से दुश्मनी पाल ली।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब पुरुषोत्तम और इस साजिश में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। एसएसपी ने मामले का खुलासा करने वाली टीम को शाबाशी दी और कहा कि इस तरह के मामलों में सच्चाई सामने लाने के लिए पुलिस हमेशा प्रतिबद्ध है।
यह घटना दिखाती है कि कभी-कभी सच्चाई दिखने वाली कहानी से बिल्कुल अलग होती है। पुलिस की सतर्कता और जांच प्रक्रिया ने इस साजिश को बेनकाब किया।