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नैनीताल :भीमताल
उत्तराखंड में तेंदुए का आतंक: हमला CCTV में कैद ,उत्तराखंड में पहाड़ी इलाकों के घर अब गुलदारों के बढ़ते आतंक से सुरक्षित नहीं रह गए हैं। आबादियां, जूलीकोट, भवाली, बेतालघाट, और भीमताल सहित कई स्थानों पर गुलदारों की गतिविधियां बढ़ गई हैं। हाल ही में भीमताल के निसोला अटकोर क्षेत्र में गुलदार ने घर के आंगन में एक कुत्ते पर हमला कर उसे मार डाला। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
घटना का विवरण
घटना शाम करीब 8:25 बजे की है जब सोमनाथ सिंह बिष्ट के घर के आंगन में एक गुलदार ने प्रवेश किया। उस समय आंगन में दो कुत्ते मौजूद थे। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि गुलदार ने पहले एक कुत्ते को देखकर खतरे का अनुमान लगाया और वहां से भाग गया। लेकिन, थोड़ी ही देर में एक और वयस्क गुलदार वहां पहुंचा और दूसरे कुत्ते पर हमला कर दिया।
गुलदार ने कुत्ते को दबोच लिया और उसे घसीटते हुए शांत जगह की ओर ले गया। बताया जा रहा है कि मारा गया कुत्ता पड़ोसी का था, जो बिष्ट परिवार के आंगन में खेल रहा था।
घटना के बाद की स्थिति
कुत्ते की मौत के बाद परिवार वालों ने वन विभाग को इस घटना की जानकारी दी। आसपास के लोगों में गुलदार के इस हमले को लेकर दहशत फैल गई है। लोगों ने वन विभाग से गुलदार को पकड़ने की मांग की है।
पहाड़ी क्षेत्रों में बढ़ रहा गुलदार का आतंक
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में गुलदार के हमले अब आम हो गए हैं। भवाली, बेतालघाट, और भीमताल जैसे इलाकों में गुलदार न केवल जानवरों पर बल्कि इंसानों पर भी हमला कर चुके हैं। वन विभाग ने इन क्षेत्रों में गुलदारों की बढ़ती गतिविधियों पर चिंता जताई है और उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
वन विभाग की कार्रवाई
घटना के बाद वन विभाग ने संबंधित क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने की योजना बनाई है। अधिकारियों का कहना है कि गुलदार के हमलों से लोगों और उनके पालतू जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
स्थानीय लोगों की अपील
स्थानीय लोग इस घटना से भयभीत हैं और वन विभाग से तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि गुलदारों की बढ़ती संख्या से उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।
निष्कर्ष
भीमताल और आसपास के क्षेत्रों में गुलदारों के आतंक ने ग्रामीणों को चिंता में डाल दिया है। वन विभाग को इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की आवश्यकता है, ताकि स्थानीय लोगों को भयमुक्त जीवन जीने का अवसर मिल सके।