हरिद्वार विकास भवन में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना की समीक्षा बैठक में सीडीओ डॉ. ललित नारायण मिश्र अधिकारीगणों के साथ चर्चा करते हुएहरिद्वार विकास भवन में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना की समीक्षा बैठक में सीडीओ डॉ. ललित नारायण मिश्र अधिकारीगणों के साथ चर्चा करते हुए

हरिद्वार के विकास भवन रोशनाबाद में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना की छमाही समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) डॉ. ललित नारायण मिश्र ने की। बैठक में परियोजना की प्रगति, चुनौतियों और आगामी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।

ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना: ग्रामीण समृद्धि की दिशा में प्रयास

ग्रामोत्थान (Rural Enterprise Acceleration Programme – REAP) परियोजना राज्य सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में सतत आजीविका, महिला सशक्तिकरण, और स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इस परियोजना के माध्यम से गांवों में छोटे उद्योग, स्वरोज़गार के अवसर और सामुदायिक संस्थाओं को मजबूत किया जा रहा है।

पिछले कुछ वर्षों में इस परियोजना के माध्यम से हरिद्वार जनपद के विभिन्न ब्लॉकों में महिला स्वयं सहायता समूहों, एफपीओ (FPOs) और ग्रामीण उद्यमों को प्रशिक्षण व वित्तीय सहयोग मिला है।

बैठक के प्रमुख बिंदु और चर्चाएँ

दिनांक 17 अक्टूबर 2025 को विकास भवन, रोशनाबाद के सभागार में हुई इस बैठक में सीडीओ डॉ. ललित नारायण मिश्र ने परियोजना की छमाही प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि—

“ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना ग्रामीण विकास की रीढ़ है। सभी अधिकारी और कर्मचारी इसे मिशन मोड में पूरा करने की दिशा में कार्य करें।”

सीडीओ ने विशेष रूप से “शेयर धन (Share Capital)” और “एंटरप्राइजेज के लक्ष्य” की पूर्ति पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इन लक्ष्यों को पूरा किए बिना परियोजना की वित्तीय स्थिरता और सामुदायिक स्वामित्व संभव नहीं होगा।

बैठक में शामिल अधिकारी और प्रतिनिधि

इस समीक्षा बैठक में परियोजना से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से –

  • सहायक परियोजना निदेशक सुश्री नलिनीत घिल्डियाल
  • जिला परियोजना प्रबंधक श्री संजय सक्सेना
  • एनआरएलएम से डीटीई श्री सूरज रतूड़ी
  • मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के प्रतिनिधि
  • मीठी गंगा एफपीओ के प्रतिनिधि

इसके अलावा, सभी विकासखंड स्तरीय रीप स्टाफ, सहायक प्रबंधक, और सीएलएफ (CLF) स्टाफ ने अपनी-अपनी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया।

सीडीओ का निर्देश: “युद्धस्तर पर करें कार्य”

सीडीओ डॉ. मिश्र ने बैठक के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विभागीय अधिकारी युद्धस्तर पर कार्य करें, ताकि “शेयर धन” और “एंटरप्राइजेज” से संबंधित लक्ष्यों को जल्द से जल्द शत-प्रतिशत पूरा किया जा सके।

उन्होंने कहा कि परियोजना की सफलता तभी संभव है जब सभी टीम सदस्य तालमेल और प्रतिबद्धता के साथ काम करें।ग्रामोत्थान परियोजना का स्थानीय प्रभाव

हरिद्वार जनपद में इस परियोजना का असर महिलाओं की आर्थिक स्थिति, ग्रामीण उद्यमिता, और स्थानीय रोजगार सृजन पर देखा जा रहा है।
कई स्वयं सहायता समूह अब अपने स्तर पर उत्पाद निर्माण, विपणन और वितरण कर रहे हैं। परियोजना के माध्यम से किसानों और युवाओं को भी उद्यमिता के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

ग्रामोत्थान परियोजना का स्थानीय प्रभाव

हरिद्वार जनपद में इस परियोजना का असर महिलाओं की आर्थिक स्थिति, ग्रामीण उद्यमिता, और स्थानीय रोजगार सृजन पर देखा जा रहा है।
कई स्वयं सहायता समूह अब अपने स्तर पर उत्पाद निर्माण, विपणन और वितरण कर रहे हैं। परियोजना के माध्यम से किसानों और युवाओं को भी उद्यमिता के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था में आई यह सकारात्मक हलचल स्थानीय बाजारों में भी दिखने लगी है।

अन्य जिलों से तुलना

उत्तराखंड के अन्य जिलों जैसे देहरादून, पौड़ी और उधमसिंह नगर की तुलना में हरिद्वार जनपद ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है।
हालाँकि, शेयर कैपिटल जमा करने और उद्यम इकाइयों की स्थापना में अभी कुछ लक्ष्यों को हासिल किया जाना बाकी है।

आगामी कार्ययोजना और दिशा

बैठक में यह तय किया गया कि आने वाले तीन माह में

  • सभी विकासखंडों में शेयर कैपिटल लक्ष्य पूरा किया जाएगा,
  • नई एंटरप्राइजेज यूनिट्स स्थापित की जाएँगी,
  • तथा महिला स्वयं सहायता समूहों को तकनीकी प्रशिक्षण और बाज़ार से जोड़ने की पहल तेज़ की जाएगी।

समापन: ग्रामीण सशक्तिकरण की ओर एक ठोस कदम

सीडीओ ने बैठक के अंत में कहा कि परियोजना का मूल उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वावलंबन और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
उन्होंने टीम को प्रेरित करते हुए कहा —

“हमारा लक्ष्य केवल योजनाएँ बनाना नहीं, बल्कि उन्हें ज़मीनी स्तर पर सफलता तक पहुँचाना है।”

यह बैठक हरिद्वार जिले में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना को नई ऊर्जा देने का प्रतीक बनी।

यह भी पढ़ें– टनकपुर में ‘सशक्त बहना उत्सव’: मुख्यमंत्री धामी बोले — “नारी शक्ति ही आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड की आधारशि…

उत्तराखंड की सभी ताज़ा और महत्वपूर्ण ख़बरों के लिए ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़ WHATSAPP GROUP से जुड़ें और अपडेट सबसे पहले पाएं

 यहां क्लिक करें एक और हर अपडेट आपकी उंगलियों पर!

यदि आप किसी विज्ञापन या अपने क्षेत्र/इलाके की खबर को हमारे न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म पर प्रकाशित कराना चाहते हैं, तो कृपया 7060131584 पर संपर्क करें। आपकी जानकारी को पूरी जिम्मेदारी और भरोसे के साथ प्रसारित किया जाएगा।”

By ATHAR

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *