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हरिद्वार।मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशानुसार, ग्रामोत्थान परियोजना के जिला परियोजना प्रबंधक (डीपीएम) ने बहादराबाद, लक्सर, और खानपुर विकासखंडों का दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य परियोजना के कार्यों की प्रगति का निरीक्षण करना, लंबित कार्यों की समीक्षा करना और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान करना था।
बहादराबाद में स्वागत सीएलएफ का निरीक्षण
डीपीएम ने बहादराबाद के स्वागत सीएलएफ कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सीएलएफ स्टाफ की उपस्थिति और उनके कार्यों की स्थिति का गहन अध्ययन किया। डीपीएम ने सीएलएफ द्वारा संचालित गतिविधियों की सराहना की और उनकी दक्षता बढ़ाने के लिए आवश्यक सुझाव दिए।
लक्सर: जुट आधारित उत्पादों पर चर्चा
लक्सर विकासखंड में डीपीएम ने एनआरएलएम कार्यालय में ब्लॉक मिशन मैनेजर (बीएमएम) और बीओडी सदस्यों के साथ बैठक की। बैठक में जुट (फाइबर और फैब्रिक) आधारित उत्पादों के व्यवसाय पर चर्चा की गई। डीपीएम ने बताया कि इन उत्पादों से सीएलएफ को अधिक लाभ मिलेगा।
इसके अतिरिक्त, डीपीएम ने जुट उत्पादों के लिए बनाए जा रहे स्टोर रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यालय परिसर के पीछे खाली जमीन पर कलेक्शन सेंटर बनाने का प्रस्ताव रखा और बीएमएम को नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
खानपुर में सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट का निरीक्षण
खानपुर विकासखंड में डीपीएम ने सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यूनिट की प्रगति और लंबित लक्ष्यों की समीक्षा की गई। ठेकेदार को लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए।
लंबित कार्यों की समीक्षा और समाधान
डीपीएम ने खंड विकास अधिकारी, खानपुर के साथ बैठक कर ग्रामोत्थान परियोजना के तहत चल रहे और लंबित कार्यों की समीक्षा की। इस बैठक में प्राथमिकता के आधार पर कार्यों को शीघ्र पूरा करने के लिए रणनीतियाँ तैयार की गईं।
महत्वपूर्ण निर्देश और प्राथमिकताएँ
1. सीएलएफ की दक्षता बढ़ाना:सीएलएफ स्टाफ को अधिक पारदर्शिता और कुशलता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए।
2. जुट उत्पादों पर फोकस:कलेक्शन सेंटर के निर्माण और उत्पाद गुणवत्ता में सुधार पर जोर दिया गया।
3. सिंघाड़ा यूनिट की प्राथमिकता:खानपुर यूनिट के लंबित कार्यों को तय समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए गए।4. अवरोधों का समाधान:परियोजना से जुड़े अवरोधों को समय पर हल करने और संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने पर बल दिया गया।
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