नागर निकाय सामान्य निर्वाचन की मतगणना प्रक्रिया त्रुटिरहित सम्पन्न कराने के निर्देश।मतगणना प्रक्रिया त्रुटिरहित सम्पन्न कराने के निर्देश।
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जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने बीएचईएल के कन्वेंशन हॉल में आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान मतगणना कार्मिकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि नगर निकाय सामान्य निर्वाचन की मतगणना प्रक्रिया को शुद्धता और पूर्ण पारदर्शिता के साथ सम्पन्न करना सुनिश्चित करें। उन्होंने इस प्रक्रिया को चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण कार्य बताते हुए मतगणना के प्रत्येक चरण में सावधानी बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया।

जिलाधिकारी के मुख्य निर्देश

समय पर उपस्थिति और प्रारंभ:

सभी मतगणना कार्मिकों को समय से मतगणना कक्ष में उपस्थित होने और कार्य निर्धारित समय पर प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया।

त्रुटिरहित गिनती: बैलेट पेपर की गिनती नियमों के अनुसार और पूरी सावधानी के साथ की जाए। गिनती के दौरान किसी भी प्रकार की जल्दबाजी न की जाए।तनाव प्रबंधन: मतगणना के दौरान प्रत्याशी और एजेंट तनाव में हो सकते हैं। इस स्थिति में मतदान कार्मिक शांत रहकर और शालीनता से कार्य करें।

समस्या समाधान: मतगणना के दौरान किसी समस्या के उत्पन्न होने पर तुरंत रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) को सूचित कर समस्या का समाधान करें। बहस या विवाद का हिस्सा बनने से बचें।

मतपत्रों का वर्गीकरण:अध्यक्ष और वार्ड मेंबर के मतपत्रों को किसी भी दशा में मिक्स न करें।

निर्देशों का पालन: निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों और आरओ हैंडबुक के अनुसार ही निर्णय लें। कोई भी निर्णय सोच-समझकर और नियमों के अनुरूप हो।

त्रुटि पर सख्ती : जानबूझकर गलती करने या कार्य में देरी करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे के सुझाव

मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने सभी मतगणना कार्मिकों को चुनाव आयोग द्वारा जारी गाइडलाइनों का पालन करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा:

दिशा-निर्देशों का अध्ययन करें: राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों और पुस्तकों का अध्ययन करें ताकि किसी प्रकार का संदेह न रहे।सावधानी और निष्पक्षता: प्रत्येक मतपत्र महत्वपूर्ण है। मतगणना निष्पक्ष और ईमानदारी से होनी चाहिए।संदेह दूर करें: किसी भी प्रकार का भ्रम या संशय हो तो उसे तुरंत दूर करें।

प्रशिक्षण में दिए गए तकनीकी निर्देश

प्रशिक्षण कार्यशाला में नोडल अधिकारी प्रशिक्षण केएन तिवारी और मास्टर ट्रेनर डॉ. संतोष कुमार चमोला ने मतगणना प्रक्रिया के तकनीकी पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विस्तार से समझाया:

मतगणना स्थल पर तैयारी:

मतपेटियों की जांच।

मतगणना में प्रयुक्त होने वाली वस्तुओं का निरीक्षण।मतगणना हॉल का सीटिंग प्लान।

प्रक्रियागत निर्देश:

मतगणना अभिकर्ताओं की भूमिका।

अस्वीकृत मतपत्रों के विभिन्न प्रारूप।मतपत्र लेखों की जांच।

मतपेटियों को व्यवस्थित तरीके से संभालना।

समाप्ति निर्देश

कार्यशाला के समापन पर जिलाधिकारी ने कहा कि मतगणना प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की असहज स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। सभी मतगणना कार्मिक अपने दायित्वों को पूरी निष्ठा और पारदर्शिता से निभाएं ताकि कोई भी व्यक्ति मतगणना प्रक्रिया पर सवाल न उठा सके।

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By Aman

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