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नैनीताल, 8 जनवरी 2024
नैनीताल जिले के बेतालघाट ब्लॉक के ओखलढुंगा गांव में मानव और वन्यजीव संघर्ष की एक और दुखद घटना सामने आई है। मंगलवार देर शाम गुलदार ने एक महिला पर हमला कर उसकी जान ले ली। हमले के बाद गुलदार महिला का शव क्षत-विक्षत कर जंगल में भाग गया। इस घटना से पूरे क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल है।
घटना का विवरण:
जानकारी के अनुसार, ओखलढुंगा निवासी 49 वर्षीय शांति देवी रोज की तरह मंगलवार शाम को अपने घर के पास जानवरों के लिए चारा लेने गई थीं। तभी जंगल में पहले से घात लगाए बैठे गुलदार ने उन पर हमला कर दिया।
शांति देवी को बचाने का मौका किसी को नहीं मिला, और जब तक गांववाले मौके पर पहुंचे, तब तक गुलदार ने महिला को बुरी तरह नोंच कर मार डाला।
घटनास्थल पर भीड़ और प्रशासन की प्रतिक्रिया:
घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने वन विभाग और पुलिस को सूचित किया। देर रात वन विभाग के डीएफओ (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) और रेंजर गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी।
पीड़ित परिवार की स्थिति:
शांति देवी के परिवार में उनके पति और दो बेटे हैं। उनके पति खेती-बाड़ी का काम करते हैं। घटना के बाद परिवार गहरे सदमे में है। ग्राम प्रधान प्रीति चौरसिया ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से इस क्षेत्र में गुलदार का आतंक बढ़ा हुआ है, जिससे ग्रामीणों में भय व्याप्त है।
वन विभाग की कार्रवाई:
वन क्षेत्राधिकारी रमेश वचन्द्र ध्यानी ने कहा कि घटना की सूचना मिलने के बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई थी। उन्होंने बताया कि गुलदार के हमले की जांच की जा रही है और जल्द ही क्षेत्र में सुरक्षा के कदम उठाए जाएंगे। वन विभाग ने घटनास्थल से सबूत एकत्रित कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
ग्राम प्रधान और ग्रामीणों की मांग:
ग्राम प्रधान प्रीति चौरसिया ने वन विभाग से मांग की है कि गुलदार को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग अब जंगलों में जाने से डर रहे हैं, और गुलदार के आतंक को खत्म करना आवश्यक हो गया है।
मानव-वन्यजीव संघर्ष का बढ़ता खतरा:
इस घटना ने एक बार फिर मानव और वन्यजीव संघर्ष की गंभीरता को उजागर किया है। ग्रामीणों का कहना है कि जंगलों के घटते दायरे और शहरीकरण के कारण वन्यजीव अब गांवों और कस्बों की ओर रुख कर रहे हैं।