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देहरादून, 28 फरवरी। सनसनीखेज हत्याकांड: बुजुर्ग की हत्या कर शव के किए टुकड़े राजधानी के पटेलनगर क्षेत्र में हुई दिल दहला देने वाली हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बुजुर्ग श्याम लाल की हत्या कर उनके शव के टुकड़े करने वाले आरोपी पति-पत्नी हिमांशु चौधरी और गीता चौधरी को अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इस वारदात में शामिल दो अन्य आरोपियों—गीता का भाई अजय और बहनोई धनराज—को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
कैसे हुआ था इस खौफनाक साजिश का खुलासा?

7 फरवरी को श्याम लाल की बेटी निचि राठौर ने पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच में पुलिस को आखिरी बार वे किशन नगर बौक के पास जाते हुए दिखे, लेकिन लौटते हुए उनकी कोई फुटेज नहीं मिली। पुलिस ने जब संदिग्ध महिला गीता के घर की पड़ताल की, तो वह और उसका पति फरार मिले। इसके बाद पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की और इस साजिश की परतें खुलने लगीं।
ब्लैकमेलिंग से हत्या तक का खौफनाक प्लान

पूछताछ में सामने आया कि गीता और श्याम लाल के पिछले 12 सालों से संबंध थे। गीता ने अपने पहले पति को छोड़कर 2024 में हिमांशु से शादी कर ली थी। शादी के बाद आर्थिक तंगी के कारण दोनों ने श्याम लाल को ब्लैकमेल कर पैसे वसूलने की साजिश रची। हिमांशु एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था, लेकिन लगातार फेल होने से उसका खर्चा बढ़ता जा रहा था।

श्याम लाल को फंसाने के लिए गीता ने किशन नगर एक्सटेंशन में किराए पर एक कमरा लिया और 2 फरवरी को वहां बुलाया। हिमांशु छिपकर उनका आपत्तिजनक वीडियो बनाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन जब श्याम लाल को शक हुआ, तो उन्होंने विरोध किया। इस पर हिमांशु और गीता ने मिलकर उनकी हत्या कर दी।
शव के टुकड़े कर ठिकाने लगाने की खौफनाक साजिश

हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए हिमांशु ने मेडिकल की अपनी पढ़ाई का इस्तेमाल किया। उसने 4 फरवरी तक इंतजार किया, ताकि शरीर से खून निकलना बंद हो जाए और उसे आसानी से टुकड़ों में काटा जा सके। इसके बाद गीता ने अपने भाई अजय और बहनोई धनराज को बुलाया। शव को काटकर रस्सियों से बांधा गया और प्लास्टिक की थैलियों में भरकर देवबंद की नहर में फेंक दिया गया।

हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए। श्याम लाल की बाइक को देहरादून आईएसबीटी के पास छोड़ दिया और उसकी नंबर प्लेट तोड़कर कबाड़ में फेंक दी, ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके।
पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपियों को?

हत्या के बाद आरोपी लगातार मुंबई, जयपुर, प्रयागराज, कुरुक्षेत्र और अमृतसर जैसे शहरों में छिपते रहे। लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी। सर्विलांस और खुफिया जानकारी के जरिए आखिरकार अमृतसर से हिमांशु और गीता को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपी:

1. हिमांशु चौधरी – निवासी नई बस्ती, सुनहरा रोड, रुड़की, हरिद्वार
2. गीता चौधरी – निवासी नई बस्ती, रुड़की (मायका देवबंद, सहारनपुर)
3. अजय (गीता का भाई) – पहले ही गिरफ्तार
4. धनराज चावला (गीता का बहनोई) – पहले ही गिरफ्तार
पुलिस टीम की जबरदस्त मेहनत लाई रंग

इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश करने के लिए देहरादून पुलिस और एसओजी टीम ने दिन-रात मेहनत की। राजस्थान, दिल्ली, मुंबई, जयपुर समेत कई राज्यों में दबिश दी गई और आखिरकार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।

यह घटना अपराध और साजिश की एक ऐसी मिसाल है, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है।
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