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लक्सर, (रिपोर्ट: फरमान खान): लक्सर कोतवाली क्षेत्र में 5 जुलाई को सामने आए सरोज हत्याकांड ने जहां पूरे इलाके को दहला दिया था, वहीं अब पुलिस ने इस हत्या की परतें खोलते हुए आरोपी जसवीर पुत्र नकलीराम निवासी डाडा पट्टी थाना भगवानपुर को गिरफ्तार कर लिया है।
इस हत्या के पीछे जो कारण सामने आया वह न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पैसे के लेन-देन किस हद तक खतरनाक मोड़ ले सकता है।
ट्यूबवेल के पास मिला था शव, इलाके में फैली थी दहशत
5 जुलाई को लक्सर नगर पालिका के संत नगर क्षेत्र में ट्यूबवेल के पास एक महिला का शव मिलने की सूचना से इलाके में हड़कंप मच गया। मृतका की पहचान सरोज पत्नी स्वर्गीय रामपाल, निवासी नई बस्ती शिवपुरी के रूप में हुई। शव की हालत संदिग्ध थी, जिसके बाद हत्या की आशंका ने जोर पकड़ा और पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी।
जांच में जुटी पुलिस ने खोली हत्या की परतें
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण के नेतृत्व में पुलिस ने इस जटिल मामले की गंभीरता को समझते हुए:सीसीटीवी फुटेज खंगालेतकनीकी सर्विलांस का सहारा लिया मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया

फोरेंसिक जांच कराईइस गहन जांच के दौरान पुलिस को ऐसे सबूत मिले, जो जसवीर को हत्या से जोड़ते थे। आरोपी को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
उधार के पैसे बना हत्या की वजह
पुलिस के अनुसार, मृतका सरोज ने आरोपी जसवीर को एक लाख रुपये उधार दिए थे। जसवीर जो कि शेयर मार्केट से जुड़ा कार्य करता था, आर्थिक दबाव में था और सरोज द्वारा लगातार पैसे वापस मांगने से तनाव में आ गया था। इसी के चलते उसने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।
हत्या को आत्महत्या दिखाने की थी साजिशपुलिस ने आरोपी से:दो चिट्ठियाँ बरामद कीं, जिन्हें वह घटना को आत्महत्या दर्शाने के लिए इस्तेमाल करना चाहता था।सरोज का मोबाइल फोन,मोटर साइकिल,वारदात में पहनी गई खून से सनी शर्ट,सरोज की चप्पल,एग्रीमेंट की कॉपी,एक पिट्ठू बैग,और दो मोबाइल सिम कार्ड जब्त किए गए। ये सबूत केस को और मजबूत बनाते हैं और साफ संकेत देते हैं कि आरोपी ने वारदात को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम दिया था।
पुलिस टीम की सजगता और टीमवर्क की सराहना
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण ने बताया कि यह मामला बेहद चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उनकी टीम की मेहनत और आपसी समन्वय से केस को सुलझाया गया। इस कार्रवाई में जिन पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की प्रमुख भूमिका रही, वे हैं:वरिष्ठ उप निरीक्षक: मनोज गैरोलाउप निरीक्षक: वीरेन्द्र सिंह नेगी, नवीन चौहान, कमलाकांत रतूड़ी, कर्मवीर सिंहहेड कांस्टेबल: रियाज अली, पंचम प्रकाश, विनोद कुमार, मोहनकांस्टेबल: गंगा सिंह, अजीत तोमर, ध्वजवीर सिंह, विनय थपलियाल, आदि
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स्थानीय जनता को मिली राहत, लेकिन चिंता भी कायम
इस हत्या की गुत्थी सुलझने के बाद स्थानीय नागरिकों में राहत जरूर महसूस की जा रही है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था और सामाजिक विश्वास पर सवाल भी उठ खड़े हुए हैं। जनता की सुरक्षा के सवाल पर पुलिस ने कहा है कि आने वाले समय में अपराधों की रोकथाम के लिए और अधिक सख्त निगरानी और कार्रवाई की जाएगी।
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