अमेरिका से बेवतनों' की वतन वापसी: क्या सच में हथकड़ी और जंजीरों में जकड़े थे प्रवासी ?क्या सच में हथकड़ी और जंजीरों में जकड़े थे प्रवासी ?
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🔴 सोशल मीडिया पर ‘हथकड़ी और जंजीर’ में लाने के दावे, लेकिन हकीकत कुछ और !

अमृतसर: 104 Indians were forcibly deported from America and sent to India. अमेरिका से 104 भारतीयों को जबरन निर्वासित कर भारत भेजा गया। अमेरिकी वायु सेना का सी-17 विमान बुधवार दोपहर 1:55 बजे अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। इस विमान में 48 युवा (25 साल से कम उम्र के), 25 महिलाएं और 12 नाबालिग शामिल थे, जिनमें एक 4 साल का बच्चा भी था।

किन राज्यों के लोग थे शामिल ?

पंजाब: 30 लोग

हरियाणा: 33 लोग

गुजरात: 33 लोग

महाराष्ट्र: 3 लोग

उत्तर प्रदेश: 3 लोग

चंडीगढ़: 2 लोग

पंजाब के प्रभावित जिले: गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, नवांशहर, पटियाला, मोहाली और संगरूर।

क्या वाकई हथकड़ी और जंजीरें थीं ?

सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हो रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि इन भारतीय प्रवासियों को हथकड़ी और पैरों में जंजीर बांधकर भारत भेजा गया। लेकिन आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह दावा पूरी तरह सही नहीं है।

सच्चाई:

कुछ निर्वासित प्रवासियों ने बताया कि उन्हें आप्रवासन निरोध केंद्र (Detention Center) में रखा गया था, लेकिन सभी को हथकड़ी नहीं लगाई गई थी।

अमेरिकी कानून के तहत, यदि किसी व्यक्ति को संभावित खतरनाक माना जाता है, तो सुरक्षा कारणों से उसे हथकड़ी पहनाई जाती है।

अमेरिका में निर्वासन प्रक्रिया सख्त सुरक्षा निगरानी में होती है, लेकिन यह आरोप कि सभी को हथकड़ियां और जंजीरें पहनाई गईं, अतिरंजित हो सकता है।

कैसे पहुंचे थे अमेरिका ?

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इनमें से कई लोग ‘डंकी रूट’ (गैरकानूनी रास्तों) के जरिए अमेरिका पहुंचे थे, जबकि कुछ वैध वीजा पर गए थे लेकिन वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी वहीं रुके रहे।

अमेरिकी निगरानी में हुआ निर्वासन 11 चालक दल के सदस्य थे। 45 अमेरिकी अधिकारी भी सवार थे, जो निर्वासन प्रक्रिया की निगरानी कर रहे थे।

मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले निर्वासन पर चर्चा

इस निर्वासन की टाइमिंग भी खास है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह वाशिंगटन की यात्रा पर जाने वाले हैं। यह यात्रा डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद पहली होगी।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर पहले ही कह चुके हैं कि भारत अवैध रूप से विदेशों में रह रहे भारतीयों की “वैध वापसी” के लिए तैयार है।

अमेरिका में ट्रंप सरकार की सख्ती

डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। इस मामले में पंजाब, हरियाणा और गुजरात सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।

इससे पहले खबरें थीं कि 205 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर अमेरिका का सैन्य विमान रवाना हुआ था, जो ट्रंप सरकार द्वारा निर्वासित भारतीयों की पहली खेप थी।

निष्कर्ष: सच क्या है ?

अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो रही है।हथकड़ी और जंजीर के दावे पूरी तरह सही नहीं हैं। कुछ विशेष मामलों में ही ऐसा किया जाता है। अमेरिकी नीति अब अवैध प्रवासियों के लिए और सख्त हो सकती है।

अब सवाल यह है कि क्या भारतीय सरकार इन प्रवासियों की वैध पुनर्वास प्रक्रिया को आसान बनाएगी, या उन्हें फिर से संघर्ष करना होगा?

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By Aman

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