हरिद्वार में भूकंप और भूस्खलन से निपटने की तैयारी, मॉक ड्रिल में 350 लोगों का रेस्क्यूमॉक ड्रिल में 350 लोगों का रेस्क्यू
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हरिद्वार, 28 फरवरी Preparation to deal with earthquakes and landslides हरिद्वार में भूकंप और भूस्खलन से निपटने की तैयारी आपदा प्रबंधन को सशक्त बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी कमेन्द्र सिंह के नेतृत्व में आज भूकंप और भूस्खलन से निपटने के लिए एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। सुबह 10:30 बजे, आपदा कंट्रोल रूम को भूकंप की सूचना मिलते ही अलर्ट जारी किया गया और जिलेभर में आपातकालीन व्यवस्थाओं को सक्रिय किया गया।

अंतरिक्ष सिटी में इमारत ढही, 150 लोग प्रभावित

भूकंप के कारण सिडकुल स्थित अंतरिक्ष सिटी में एक बहुमंजिला इमारत गिर गई, जिसमें कई लोग मलबे में दब गए। रेस्क्यू टीमों ने तेजी से राहत-बचाव कार्य करते हुए 150 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इस घटना में 6 लोगों की मौत हुई, 3 गंभीर रूप से घायल हुए, और 6 को मामूली चोटें आईं।

प्रधानमंत्री आवास योजना परिसर में लगी आग, 117 लोगों का रेस्क्यू

भूकंप के झटकों के कारण रोशनाबाद स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना परिसर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। दमकल और रेस्क्यू टीमों ने 117 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 गंभीर रूप से घायल हुए और 5 को मामूली चोटें आईं।

तेजी से हुआ राहत और बचाव कार्य

जिलाधिकारी के निर्देश पर SDRF और NDRF टीमों को त्वरित कार्रवाई के लिए बुलाया गया। स्टेजिंग एरिया विकास भवन, रोशनाबाद में स्थापित किया गया, जहां से टास्क फोर्स-1 और टास्क फोर्स-2 का गठन कर राहत कार्य शुरू किया गया।

रेस्क्यू मिशन की प्रमुख घटनाएं:

🔹 10:25 AM: भूकंप के झटके महसूस किए गए, अंतरिक्ष सिटी में इमारत ढहने और रोशनाबाद में आग लगने की सूचना मिली।

🔹 10:30 AM: आपदा कंट्रोल रूम अलर्ट पर आया, अधिकारियों को सूचना दी गई।

🔹 10:40 AM: SDRF, NDRF, फायर ब्रिगेड, पुलिस, मेडिकल टीम और अन्य विभागों ने मोर्चा संभाला।

🔹 10:42 AM: इंटरलॉकिंग कमांड सिस्टम (IRS) सक्रिय किया गया, स्टेजिंग एरिया से बचाव टीमें रवाना हुईं।🔹 11:09 AM: अंतरिक्ष सिटी और रोशनाबाद की घटनाओं में कुल 350 लोग प्रभावित हुए, सभी को राहत शिविरों में भेजा गया।

11:10 AM: स्वास्थ्य टीमें मौके पर तैनात, घायलों का इलाज शुरू किया गया। गंभीर रूप से घायलों को ऋषिकेश AIIMS रेफर करने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा का अनुरोध किया गया।

🔹 11:11 AM: राहत शिविरों में भोजन, पानी, बिस्तर और स्वच्छता सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।

प्रभावित पशुधन और कृषि क्षति

प्रधानमंत्री आवास योजना के पास 6 बड़े दुधारू पशुओं की मौत हुई और 15 घायल हुए, जिनमें 9 बड़े और 6 छोटे पशु शामिल हैं।

मॉक ड्रिल का उद्देश्य

इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में प्रशासन की तैयारियों का मूल्यांकन करना और आम जनता को जागरूक करना था। जिलाधिकारी ने कहा, “यह केवल एक मॉक ड्रिल थी, जिससे वास्तविक आपदा आने पर हम तेजी से प्रतिक्रिया कर सकें और अधिक से अधिक लोगों की जान बचा सकें।”

मॉक ड्रिल में मौजूद प्रमुख अधिकारी:

✅ मुख्य विकास अधिकारी – आकांक्षा कोण्डे

✅ मुख्य चिकित्सा अधिकारी – डॉ. आर. के. सिंह

✅ परियोजना निदेशक – के. एन. तिवारी

✅ सिटी मजिस्ट्रेट – कुसुम चौहान

✅ एसपी – जितेंद्र मेहरा

✅ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जल पुलिस, अग्निशमन दल और अन्य विभागों की टीम

हरिद्वार जिला प्रशासन की यह मॉक ड्रिल साबित करती है कि किसी भी आपदा से निपटने के लिए पूरी टीम मुस्तैद है।

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By Aman

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