सबसे सटीक ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़…
खटीमा में सड़कों पर घूम रहे लावारिस मवेशियों से लगातार हो रही दुर्घटनाओं के खिलाफ शुक्रवार को भीम आर्मी ने नगर पालिका में धरना दिया। संगठन ने प्रशासन से सड़कों और गलियों को आवारा पशुओं से मुक्त कराने की मांग की। पालिका अध्यक्ष ने जल्द समाधान का भरोसा दिया है।
खटीमा में बढ़ रही लावारिस मवेशियों की समस्या
पिछले कुछ वर्षों में खटीमा समेत उधमसिंह नगर जिले के कई शहरी इलाकों में लावारिस मवेशियों की समस्या लगातार गहराती जा रही है।
ग्रामीण इलाकों से छोड़े गए गाय-भैंस और सांड शहरों में प्रवेश कर रहे हैं, जिससे न केवल यातायात जाम की समस्या बढ़ी है बल्कि सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी कई गुना बढ़ गया है।
नगर पालिका प्रशासन और पशुपालन विभाग द्वारा समय-समय पर चलाए गए अभियान टिकाऊ साबित नहीं हो पाए हैं।
भीम आर्मी ने उठाई आवाज, नगर पालिका में धरना
शुक्रवार को भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष सतेंद्र कुमार (सितारगंज निवासी) के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता नगर पालिका कार्यालय, खटीमा पहुंचे।
उन्होंने नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया और लावारिस मवेशियों के कारण बढ़ती दुर्घटनाओं पर नाराज़गी जताई।
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि
“लावारिस मवेशियों के चलते आए दिन लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। कई लोगों की जान जा चुकी है और सैकड़ों घायल हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि इन मवेशियों की वजह से रात के समय सड़कों पर जाम की स्थिति बन जाती है, जबकि कृषि फसलों को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है।
धरने के दौरान जिलाध्यक्ष सतेंद्र कुमार ने पालिका अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी से मुलाकात की।
पालिका अध्यक्ष ने कहा कि:
“हम जल्द ही इस समस्या का स्थायी समाधान करेंगे। दो से तीन महीने में गौशाला तैयार हो जाएगी और मवेशियों को वहां शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि लावारिस मवेशियों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम गठित की जा रही है, जो जल्द ही काम शुरू करेगी।
लावारिस पशु हादसों में लगातार बढ़ोतरी
पिछले एक वर्ष में उधमसिंह नगर जिले में लावारिस मवेशियों से जुड़े से अधिक हादसे दर्ज हुए हैं।
सिर्फ खटीमा क्षेत्र में ही लोगों की जान जा चुकी है और घायल हुए हैं।
उत्तराखंड के कई नगर निकायों ने हाल ही में गौशालाएं बनाकर समस्या को नियंत्रित किया है, लेकिन खटीमा में यह व्यवस्था अब तक पूरी तरह लागू नहीं हो पाई है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि शहर में हर मोड़ पर गाय, सांड या बछड़े खड़े रहते हैं जिससे वाहन चालक परेशान हैं।
स्कूल जाने वाले बच्चे और बुजुर्गों के लिए भी यह स्थिति जानलेवा बन चुकी है।
शहर के कई व्यापारी वर्गों ने भी बताया कि मवेशियों के कारण बाजारों में गंदगी और यातायात अव्यवस्था बढ़ रही है।
लोगों का कहना है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।
भीम आर्मी का यह धरना खटीमा में लावारिस मवेशियों की समस्या को एक बार फिर चर्चा में ले आया है।
अब देखना यह होगा कि नगर पालिका प्रशासन और पशुपालन विभाग अपने वादों पर कितना खरे उतरते हैं।
जनता की अपेक्षा है कि जल्द ही शहर की सड़कों से मवेशियों को हटाकर यातायात और जनसुरक्षा बहाल की जाए।
यह भी पढ़ें– हरिद्वार में शराब माफियाओं की शामत: खानपुर के जंगल में धावा बोल कार्रवाई, हजारों लीटर लाहन उड़ाया हवा में..
उत्तराखंड की सभी ताज़ा और महत्वपूर्ण ख़बरों के लिए ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़ WHATSAPP GROUP से जुड़ें और अपडेट सबसे पहले पाएं
यहां क्लिक करें एक और हर अपडेट आपकी उंगलियों पर!
यदि आप किसी विज्ञापन या अपने क्षेत्र/इलाके की खबर को हमारे न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म पर प्रकाशित कराना चाहते हैं, तो कृपया 7060131584 पर संपर्क करें। आपकी जानकारी को पूरी जिम्मेदारी और भरोसे के साथ प्रसारित किया जाएगा।”

