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मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने बुधवार को पवित्र केदारनाथ धाम पहुंचकर भगवान बाबा केदारनाथ के दर्शन किए और धाम परिसर में चल रहे पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का विस्तृत निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगले वर्ष 2026 की यात्रा सत्र की तैयारियाँ अभी से शुरू की जाएं, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएँ मिल सकें
केदारनाथ धाम – आस्था और पुनर्निर्माण का संगम
उत्तराखंड का केदारनाथ धाम देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और यह हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहा है।
2013 की विनाशकारी आपदा के बाद से राज्य सरकार और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयासों से यहाँ व्यापक पुनर्निर्माण कार्य चल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से “केदारपुरी पुनर्निर्माण परियोजना” को विश्व स्तर पर सराहा गया है।
अब यह धाम न केवल धार्मिक स्थल है बल्कि आपदा प्रबंधन और पुनर्निर्माण के आदर्श मॉडल के रूप में भी उभरा है।
मुख्य सचिव ने लिया निर्माण कार्यों का जायजा
मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन बुधवार को केदारनाथ धाम पहुंचे, जहाँ उन्होंने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने धाम क्षेत्र में चल रहे विभिन्न फेज़ों के पुनर्निर्माण और विकास कार्यों का विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया।
उन्होंने जिलाधिकारी प्रतीक जैन से सभी कार्यों की अद्यतन जानकारी ली और कहा कि —
“धाम क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों में गुणवत्ता, सौंदर्य और धार्मिक आस्था का विशेष ध्यान रखा जाए।”
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि कपाट बंद होने के बाद भी धाम क्षेत्र की सुरक्षा, सामग्री संरक्षण और रखरखाव की पूरी तैयारी रखी जाए।
आधिकारिक बयान: 2026 यात्रा सत्र की पूर्व योजना पर जोर
मुख्य सचिव ने कहा कि 23 अक्टूबर को बाबा केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने जा रहे हैं, इसलिए अब से ही अगले यात्रा सत्र 2026 की तैयारियाँ प्रारंभ की जानी चाहिए।
उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि
“बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य, संचार, परिवहन, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों के बीच समन्वय को और मजबूत किया जाए, ताकि यात्रियों को अगले वर्ष और भी बेहतर अनुभव मिले।”
विभागों में समन्वय से हो रहा कार्य
जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि केदारनाथ यात्रा से जुड़े सभी विभाग आपसी सहयोग और समन्वय से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा सीजन के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं, बिजली आपूर्ति और संचार सुविधाओं को सुदृढ़ किया गया है।
पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग भी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तत्पर हैं।
बेहतर सुविधाओं से बढ़ेगा पर्यटन
मुख्य सचिव के निरीक्षण और नए निर्देशों से केदारनाथ क्षेत्र में पर्यटन विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों से स्थानीय लोगों के रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।
यात्रा मार्गों के सुधार, आवास सुविधाओं में वृद्धि और आपदा सुरक्षा उपायों से यात्रियों का अनुभव और अधिक सहज होगा।
केदारनाथ पुनर्निर्माण में तेजी
पिछले कुछ वर्षों में केदारनाथ धाम में अनेक परियोजनाएँ पूरी हुई हैं —
- निर्माण कार्य फाइनल फेज़ में हैं।
- करोड़ रुपये की लागत से नए अतिथि गृह, सुरक्षा दीवारें और यात्री सुविधाएँ तैयार की जा रही हैं।
राज्य सरकार के अनुसार, वर्ष 2024 में लगभग 22 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए, जो अब तक का सर्वाधिक रिकॉर्ड है।
केदारनाथ, पुनरुत्थान का प्रतीक बन चुका है”
मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने कहा कि —
“केदारनाथ धाम आज पूरे देश में पुनर्निर्माण और पुनरुत्थान का प्रतीक बन चुका है। सरकार और प्रशासन का लक्ष्य केवल भौतिक निर्माण नहीं, बल्कि आस्था और सुविधा का संतुलित संगम सुनिश्चित करना है।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आगे भी धाम क्षेत्र के आध्यात्मिक, पर्यावरणीय और बुनियादी विकास के लिए निरंतर प्रयास करती रहेगी।
मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन का यह दौरा न केवल चल रहे कार्यों की समीक्षा के लिए था, बल्कि यह एक संदेश भी था — कि केदारनाथ यात्रा केवल श्रद्धा नहीं, बल्कि सुविधा, सुरक्षा और स्थायी विकास की दिशा में उठाया गया कदम है।
2026 यात्रा सत्र की तैयारियाँ इस दृष्टिकोण को और मजबूत करेंगी।
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