"ज्योतिर्मठ में भालू के हमले के बाद घायल महिला का इलाज""ज्योतिर्मठ में भालू के हमले के बाद घायल महिला का इलाज"

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रिपोर्टर (सचिन शर्मा)

उत्तराखंड के पर्वतीय जिले चमोली में वन्यजीव हमलों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। ज्योतिर्मठ क्षेत्र में सोमवार को एक भालू के हमले में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है और वन विभाग ने इलाके में गश्त बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।

नेपाल मूल की रहने वाली 40 वर्षीय एकमाया जैसी, पत्नी भीम प्रसाद जैसी, अपने घर लौट रही थीं। वह रविग्राम आश्रम पद्धति स्कूल के पास वाले रास्ते से सड़क की ओर जा रही थीं। इसी दौरान झाड़ियों में घात लगाए बैठे भालू ने अचानक उन पर हमला कर दिया। भालू ने महिला के सिर, माथे और कमर पर गहरे घाव कर दिए।

उत्तराखंड में वन्यजीव हमलों की बढ़ती घटनाएं

यह कोई पहली घटना नहीं है। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में आए दिन तेंदुए और भालू के हमले की घटनाएं सामने आती रहती हैं। कई बार लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं, वहीं कुछ मामलों में मौतें भी हो चुकी हैं। वन विभाग का कहना है कि जंगली जानवरों का आबादी वाले क्षेत्रों में आना भोजन और आवासीय स्थानों की कमी के कारण बढ़ा है। विशेषज्ञों का मानना है कि जंगलों में मानव गतिविधियों के बढ़ने और प्राकृतिक संसाधनों के दोहन की वजह से वन्यजीव अब गांव और कस्बों की ओर बढ़ने लगे हैं।

डॉक्टरों ने बताया कि महिला की हालत अब स्थिर है। समय पर इलाज मिलने से उनकी जान बच गई। फिलहाल उन्हें कुछ दिनों तक स्वास्थ्य केंद्र में ही रखा जाएगा। वन विभाग ने परिवार को भरोसा दिलाया है कि आगे की चिकित्सा सुविधा और मुआवजे की प्रक्रिया पूरी तरह से समय पर की जाएगी।

घायल महिला का इलाज जारी

हमले के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, ज्योतिर्मठ पहुंचाया। वहां मौजूद चिकित्सक डॉ. आशीष गुसांई ने बताया कि महिला की दाईं आंख के ऊपर और माथे पर गहरे पंजों के निशान हैं। सिर और कमर पर भी चोटें आई हैं। हालांकि फिलहाल महिला की स्थिति नियंत्रण में है और उन्हें लगातार मेडिकल टीम की देखरेख में रखा गया है।

इस घटना के बाद स्थानीय लोग भयभीत हैं। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में पिछले कुछ समय से जंगली जानवरों की आवाजाही बढ़ गई है। लोग सुबह-शाम खेतों और रास्तों पर जाते समय डर महसूस कर रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन और वन विभाग से मांग की है कि क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं और जंगली जानवरों की निगरानी के लिए विशेष टीम तैनात की जाए।

भालू हमले से बचाव के उपाय

वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अकेले जंगल की ओर न जाएं और हमेशा समूह में चलें। यदि किसी रास्ते पर जंगली जानवर दिखे तो वहां से तुरंत दूर हट जाएं। साथ ही ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए विभाग समय-समय पर शिविर भी आयोजित करेगा।

घटना की जानकारी मिलते ही रेंज अधिकारी गौरव नेगी अस्पताल पहुंचे और महिला का हालचाल लिया। उन्होंने बताया कि नियमों के तहत पीड़िता को अग्रिम धनराशि दी जा रही है। वन विभाग की ओर से जल्द ही पूरी प्रक्रिया पूरी कर मुआवजे की शेष राशि भी महिला को उपलब्ध कराई जाएगी। रेंज अधिकारी नेगी ने यह भी कहा कि नगर में वन विभाग की गश्ती दल की संख्या बढ़ाई जा रही है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। आसपास के गांवों और जंगलों में वनकर्मियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।

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By ATHAR

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