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रिपोर्टर (सचिन शर्मा)
हरिद्वार जिले के थाना पथरी क्षेत्र में हुए बहुचर्चित कटारपुर फायरिंग प्रकरण का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी अनुज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
कटारपुर फायरिंग कांड कैसे बना सुर्खियों में
हरिद्वार जनपद अपराध की घटनाओं के चलते लगातार चर्चा में रहा है। कटारपुर फायरिंग कांड भी इन्हीं में से एक था, जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। मामूली विवाद के बाद हुई इस फायरिंग घटना ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी थी।
घटना
पुलिस के मुताबिक, दिनांक 25 सितंबर 2025 की शाम करीब 7:30 बजे ग्राम कटारपुर निवासी अनुज (20 वर्ष) ने अपने ही गांव के युवक अर्जुन पुत्र सुरेंद्र पर जानलेवा हमला किया।
मामूली विवाद पार्टी के दौरान इतना बढ़ गया कि आरोपी अनुज ने देशी तमंचे से फायर कर दिया। गोली लगने से अर्जुन गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे तत्काल हायर सेंटर रेफर किया गया और वह वर्तमान में उपचाराधीन है।
पीड़ित की पत्नी की शिकायत पर थाना पथरी पुलिस ने मुकदमा संख्या 536/25 दर्ज किया। इसमें बीएनएस की धारा 191(2), 191(3), 190, 115(2), 352, 109, 61(2) के तहत सात नामजद आरोपियों को शामिल किया गया।
पुलिस की कार्रवाई और सफलता
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
थाना पथरी पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर दबिश दी और अंततः आरोपी अनुज को भट्टा तिराहे पथरी से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त 315 बोर का देशी तमंचा और जिंदा कारतूस भी बरामद किया। इसके बाद मुकदमे में आर्म्स एक्ट की धारा 3/25 भी जोड़ दी गई।
अधिकारियों का बयान
इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि –
एसएसपी हरिद्वार के नेतृत्व में अपराधियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। मुख्य आरोपी जेल भेजा जा चुका है और अन्य की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।
स्थानीय असर और माहौल
इस घटना के बाद कटारपुर और आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है।
ग्रामीणों का कहना है कि पार्टी जैसे छोटे-छोटे आयोजनों में विवाद बढ़ने पर जानलेवा घटनाओं का होना बेहद चिंताजनक है।
स्थानीय लोगों ने पुलिस से क्षेत्र में गश्त और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
पुरानी घटनाओं से तुलना
हरिद्वार जिले में पिछले कुछ वर्षों में कई बार छोटे विवाद बड़े अपराधों का रूप ले चुके हैं।
पिछले तीन वर्षों (अक्टूबर 2022 से अक्टूबर 2025 तक) में हरिद्वार जिले में फायरिंग या विवाद संबंधी घटनाओं का सटीक आँकड़ा इस Google Search द्वारा सीधे तौर पर उपलब्ध नहीं है; हालाँकि, इस तरह के डेटा के लिए आधिकारिक पुलिस रिकॉर्ड या पुलिस रिपोर्ट, या स्थानीय समाचारों के माध्यम से जानकारी प्राप्त की जा सकती है. – जैसे पिछले 3 वर्षों में हरिद्वार जिले में कितनी फायरिंग या विवाद संबंधी घटनाएँ हुई
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि कैसे मामूली झगड़े हत्या के प्रयास तक पहुंच जाते हैं।
कटारपुर फायरिंग कांड का पर्दाफाश कर पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ सख्ती का संदेश दिया है।
फिर भी यह घटना बताती है कि ग्रामीण इलाकों में अवैध हथियारों का चलन और छोटी-छोटी बातों पर बढ़ते विवाद समाज के लिए बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं।
जनता से अपील की गई है कि किसी भी विवाद को बातचीत से सुलझाएं और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें।
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