सबसे सटीक ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़…👍
हरिद्वार में 4 साल की मासूम बच्ची की हत्या का सनसनीखेज मामला आखिरकार पुलिस की मेहनत से सुलझ गया।
कोतवाली नगर हरिद्वार की टीम ने मैनुअल पुलिसिंग के बलबूते पर हत्या के आरोपी सूरज को सहारनपुर से लक्सर तक खंगाले गए करीब 700 CCTV कैमरों के बाद गिरफ्तार किया।

यह केस न केवल पुलिस के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया था। बच्ची की बेरहमी से हत्या और आरोपी का कोई डिजिटल ट्रेस न होना मामले को और भी जटिल बना रहा था। हालांकि हरिद्वार पुलिस ने अपने कुशल नेतृत्व और कड़ी मेहनत से इस चुनौती को स्वीकार किया और आरोपी को दबोचने में सफलता पाई।
कैसे हुआ मामला दर्ज?
15 मई 2025 को रोड़ीबेलवाला क्षेत्र में रहने वाले अशोक सिंह (स्वर्गीय) ने पुलिस को सूचित किया कि उनकी 4 वर्षीय बेटी को सूरज नामक व्यक्ति लेकर चला गया है। सूरज पिछले कुछ महीनों से उन्हीं की झुग्गी में रह रहा था और कबाड़ बीनने का काम करता था। दंपति को शक था कि वह बच्ची को सहारनपुर ले गया है।

16 मई की सुबह बच्ची का शव रेलवे ट्रैक की सुरंग से बरामद हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर धारा 137(2), 103 BNS के तहत जांच तेज कर दी।
कैसे की गई आरोपी की पहचान और तलाश?
इस केस में सबसे बड़ी चुनौती थी कि आरोपी सूरज के पास कोई मोबाइल फोन नहीं था, उसका कोई स्थायी पता नहीं था और वह किसी भी डिजिटल माध्यम से ट्रेस नहीं हो सकता था। आरोपी की घुमक्कड़ी प्रवृत्ति और सामाजिक रूप से कटे रहना भी एक समस्या बना।

हरिद्वार पुलिस ने सर्विलांस के बिना मैनुअल जांच की रणनीति अपनाई। आसपास के थानों, घाटों और झुग्गी बस्तियों में पूछताछ की गई। सोशल मीडिया पर आरोपी की तस्वीरें साझा की गईं। CCTV फुटेज की मदद से हरिद्वार से सहारनपुर तक 600-700 कैमरों की छानबीन की गई।
आखिरकार आरोपी पकड़ में कैसे आया?

लगातार प्रयासों के बाद पुलिस को सूचना मिली कि एक संदिग्ध व्यक्ति बसेड़ी रोड लक्सर स्थित कबाड़ी बस्ती के पास बने खंडहर में छिपा है। पुलिस टीम ने मौके पर छापा मारा और सूरज उर्फ सूरजभान को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में सामने आया पूरा सच
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के नगलाढाव गांव का निवासी है और पिछले कुछ समय से हरिद्वार में रह रहा था। कबाड़ बीनते हुए उसकी मुलाकात मृत बच्ची की मां से हुई और नजदीकियां बढ़ीं।

एक दिन मृतका का पिता बमबम दास, जो अक्सर नशे में रहता था, ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया और मारपीट कर सूरज को झुग्गी से बाहर निकाल दिया। इसी अपमान का बदला लेने के लिए सूरज ने 4 साल की मासूम बच्ची की हत्या कर दी।
हत्या की निर्मम योजना आरोपी ने पहले पति-पत्नी को राशन दिलाने के बहाने झुग्गी से बाहर भेजा। फिर बच्ची को रेलवे सुरंग में ले जाकर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। पहचान छुपाने के लिए उसने नकली विग हटाकर टोपी पहन ली थी।
पुलिस टीम को मिला इनाम और प्रशंसा
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने मौके का निरीक्षण कर पुलिस टीम को ब्रीफ किया और जांच को गंभीरता से लिया। टीम को 5,000 रुपये एसएसपी हरिद्वार द्वारा और 25,000 रुपये आईजी गढ़वाल द्वारा पुरस्कार की घोषणा की गई। एसएसपी डोबाल ने कहा, “यह टास्क अंधेरे में सुई ढूंढने जैसा था, लेकिन टीम ने बेहतरीन कार्य किया है।”
गिरफ्तार आरोपी की जानकारी नाम: सूरज उर्फ सूरजभान
पिता का नाम: राम सिंह
निवासी: ग्राम नगलाढाव, थाना सुन्नगढ़ी, जिला कासगंज (उ.प्र.)वर्तमान पता: गड्डा पार्किंग, झुग्गी रोडी बेलवाला, हरिद्वार आयु: 36 वर्ष
पुलिस टीम की सूची (महत्वपूर्ण सदस्य): प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह निरीक्षक नरेंद्र सिंह (CIU)उ0नि0 सतेन्द्र भण्डारी, अंशुल अग्रवाल, चरण सिंह आदिकुल 22 पुलिस कर्मियों की टीम इस ऑपरेशन में शामिल रही।
हरिद्वार पुलिस की इस सराहनीय कार्रवाई को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि अपराधियों में कानून का खौफ बना रहे और पीड़ितों को न्याय मिले। ऐसे मामलों की रिपोर्टिंग में समाज का सहयोग भी आवश्यक है।
यह भी पढ़ें 👉 “हरिद्वार में नशे का जाल… रेलवे पटरी से लेकर ऋषिकुल तिराहे तक जब पुलिस ने अचानक दबोच लिए दो नाम…”
उत्तराखंड की सभी ताज़ा और महत्वपूर्ण ख़बरों के लिए ✨ ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़ ✨ के📢 WHATSAPP GROUP से जुड़ें और अपडेट सबसे पहले पाएं
👉 यहां क्लिक करें एक और हर अपडेट आपकी उंगलियों पर!

