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चंपावत न्यूज़: पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष नहर के किनारे मृत पाए गए राजकीय महाविद्यालय बनबसा के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष हरीश बिष्ट का शव शनिवार को शारदा नहर के किनारे मिला। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है और अभी तक मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
क्या थी घटना?
हरीश बिष्ट पिछले 13 दिसंबर से लापता थे। उनके परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने उनकी तलाश में कई जगह छापेमारी की और अंततः उनका शव नहर के किनारे मिला।
क्या कहते हैं परिजन? व पुलिस के मुताबिक
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार शाम को वह स्कूटी लेकर अपने घर भैंसाझाला से निकले लेकिन रात तक घर नहीं लौटे। परिजनों ने फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की आशंका में उन्होंने पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार शाम को वह स्कूटी लेकर अपने घर भैंसाझाला से निकले लेकिन रात तक घर नहीं लौटे। परिजनों ने फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की आशंका में उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
क्या कहती है पुलिस?
फोन सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने उनकी खोजबीन शुरू की। शनिवार को गड़ीगोठ पुल के पास शिव मंदिर के पास उनकी स्कूटी और शव मिला। पुलिस ने हरीश को टनकपुर के उप संयुक्त चिकित्सालय भेजा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। पुलिस इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है।
क्या हैं संभावित कारण?
इस घटना के कई संभावित कारण हो सकते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह हत्या हो सकती है, तो कुछ का मानना है कि यह आत्महत्या हो सकती है। हालांकि, अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है जो किसी एक कारण की ओर इशारा करता हो।समाज में शोक की लहरहरीश बिष्ट के निधन से पूरा क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है। कॉलेज के छात्रों, शिक्षकों और अन्य लोगों ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।सवालों के घेरे में घटनाइस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह हत्या थी या आत्महत्या? अगर हत्या है तो हत्यारा कौन है और क्यों किया गया? अगर आत्महत्या है तो इसके पीछे क्या कारण थे? इन सवालों के जवाब तभी मिल पाएंगे जब पुलिस अपनी जांच पूरी कर लेगी।
S.S.P. अजय गणपति ने बताया
कि शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। मौत के असली कारण का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही चलेगा। पुलिस हत्या और आत्महत्या, दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है।
हरीश बिष्ट कॉलेज जीवन
हरीश बिष्ट 2022 में बनबसा महाविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष रह चुके थे। वे अपने परिवार के सबसे बड़े बेटे थे। उनके पिता राजेंद्र सिंह बिष्ट डेयरी का काम करते हैं। उनके परिवार में एक भाई और दो बहनें है।
हमारे विचार
यह एक बहुत ही दुखद घटना है। हम हरीश बिष्ट के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम पुलिस से अपील करते हैं कि वह इस मामले की शीघ्र जांच करे और दोषियों को कड़ी सजा दिलाए। साथ ही, हम सभी को मिलकर ऐसे मामलों को रोकने के लिए प्रयास करने चाहिए।