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देहरादून : न्यूज़
उत्तराखंड के देहरादून में जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कर एक बुजुर्ग व्यक्ति से 13.50 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। करीब छह साल पुराने इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
क्या है मामला?
पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी ने बताया कि रामपाल, जो अनुसूचित जाति से हैं और 2018 में मसूरी नगर पालिका में सुपरवाइजर पद से सेवानिवृत्त हुए थे, ने इस संबंध में तहरीर दी है। रामपाल ने बताया कि 2018 में उनकी मुलाकात दो भाइयों, सतेंद्र प्रकाश बहुगुणा और देंवेंद्र प्रकाश बहुगुणा (निवासी ब्रह्मणवाला, देहरादून) से हुई। इन दोनों ने उन्हें सोनू गुप्ता (निवासी आईएसबीटी), राम सिंह नेगी (निवासी भट्टागांव, मसूरी रोड, देहरादून), और शहजाद (निवासी टर्नर रोड, देहरादून) से मिलवाया।
आरोपियों ने रामपाल को ब्रह्मणवाला में एक जमीन दिखाई और जमीन की रजिस्ट्री से पहले उनसे 13.50 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद 22 अगस्त 2019 को देहरादून कोर्ट परिसर में रामपाल के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री कराई गई। रजिस्ट्री में रामपाल को जमीन का स्वामी घोषित किया गया।
जमीन पर कब्जे में आई अड़चन
जब रामपाल जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे, तो स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध किया। इन लोगों ने बताया कि यह जमीन गलत तरीके से बेची गई है और इसके स्वामित्व को लेकर विवाद है।
आरोपियों का रवैया और जातिसूचक टिप्पणी
रामपाल ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस बारे में आरोपियों से बातचीत की, तो उन्होंने जातिसूचक शब्द कहे। इसके बाद आरोपियों ने रामपाल को दूसरी जगह जमीन दिलाने का वादा किया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
जान से मारने की धमकी
रामपाल का कहना है कि आरोपियों ने अब उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। इस मामले में पीड़ित द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर कमल कुमार लुंठी ने बताया कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और मामले की गहनता से जांच की जाएगी।
इस घटना ने फिर से लोगों को जागरूक रहने और संपत्ति के लेन-देन में सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया है।