HARIDWAR : स्वामी श्रद्धानंद के बलिदान दिवस पर शामिल हुए सीएम धामीबलिदान दिवस पर शामिल हुए सीएम धामी
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हरिद्वार, 23 दिसंबर 2024

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज ओल्ड गुरुकुल कांगड़ी में अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानंद जी महाराज के 99वें बलिदान दिवस पर आयोजित राष्ट्रभक्त महायज्ञ में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने स्वामी श्रद्धानंद जी के विचारों, आदर्शों, और उनके राष्ट्र व शिक्षा के प्रति योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी श्रद्धानंद जी महाराज ने 20वीं सदी के प्रारंभ में स्वतंत्रता और वैदिक शिक्षा के लिए जो आंदोलन शुरू किया, वह देश की एकता और समता को मजबूत बनाने वाला सिद्ध हुआ। उनके विचारों और कार्यों से प्रेरित होकर हजारों लोगों ने सनातन धर्म को अपनाया। स्वामी जी ने न केवल वैदिक शिक्षा का प्रचार किया, बल्कि भारत की स्वतंत्रता संग्राम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके विचारों ने कट्टरपंथियों और अंग्रेजी शासन की नींव हिलाने का काम किया।

गुरुकुल कांगड़ी की स्थापना और योगदान

मुख्यमंत्री ने स्वामी श्रद्धानंद जी द्वारा 1902 में हरिद्वार की पवित्र भूमि पर स्थापित गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संस्था आज एक विशाल वटवृक्ष के रूप में उभरकर दुनिया को वैदिक शिक्षा का प्रकाश दे रही है। यह विश्वविद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं है, बल्कि राष्ट्र निर्माण और वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार का भी एक मजबूत स्तंभ है। यहां की शिक्षा प्रणाली में गौतम, कपिल, कणाद और जैमिनी जैसे ऋषियों के जीवन दर्शन का समावेश है, साथ ही यह राष्ट्रवाद की भावना को भी प्रबल करती है

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विश्वविद्यालय से हजारों विद्यार्थियों ने शिक्षा प्राप्त कर वैश्विक स्तर पर धर्म, समाज सेवा और विश्व बंधुत्व के संदेश को फैलाया है।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत का वैश्विक योगदान

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक स्तर पर “वसुधैव कुटुंबकम” की भावना को साकार कर रहा है। कोरोना काल में 100 से अधिक देशों को कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराने से लेकर योग और आयुर्वेद को वैश्विक पहचान दिलाने तक, प्रधानमंत्री ने मानवता के हित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार भी सनातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है। केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण, बद्रीनाथ धाम का मास्टर प्लान, और मानसखंड मंदिर माला मिशन जैसे प्रोजेक्ट तेजी से कार्यान्वित किए जा रहे हैं।

दून विश्वविद्यालय में ‘सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज’ की शुरुआतमुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार ने दून विश्वविद्यालय में ‘सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज’ की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इस केंद्र में हिंदू सभ्यता, संस्कृति, और विभिन्न धार्मिक विषयों पर शोध और अध्ययन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सनातन संस्कृति के संवर्धन और वैदिक शिक्षा के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

भारत को फिर से ‘विश्वगुरु’ बनाने का संकल्प

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब मिलकर वैदिक शिक्षा और सनातन संस्कृति के प्रचार के माध्यम से भारत को पुनः ‘विश्वगुरु’ बनाने में सफल होंगे। यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने और उसे नई पीढ़ी तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति

इस अवसर पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल, सांसद श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री सत्यपाल मलिक, विधायक प्रदीप बत्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, कुँवर प्रणव चैंपियन, संजय गुप्ता, विवेक ओबेरॉय, योगानंद शास्त्री, जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, और एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के दौरान स्वामी श्रद्धानंद जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने और उनके योगदान को सदैव याद रखने का संकल्प लिया गया।

By Aman

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