सबसे सटीक ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़…👍
प्रयागराज: प्रयागराज महाकुंभ में चर्चा का विषय बने आईआईटी वाले बाबा, यानी अभय सिंह, को जूना अखाड़े ने अनुशासनहीनता के चलते निष्कासित कर दिया है। जूना अखाड़े की अनुशासन समिति ने यह कार्रवाई उनके द्वारा माता-पिता और गुरु के अपमानजनक बयानों के कारण की। शनिवार रात पंच परमेश्वर की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया।
माता-पिता और गुरु के अपमान पर सख्त रुखहरियाणा के झज्जर निवासी अभय सिंह, जिन्होंने आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की थी और कनाडा में नौकरी भी की थी, ने महाकुंभ में अपने बयानों के कारण विवाद खड़ा किया। उन्होंने इंटरव्यू में अपने माता-पिता के झगड़े का जिक्र करते हुए कहा था कि वे भगवान से बड़े नहीं हो सकते। इसके साथ ही, उन्होंने अपने गुरु के बारे में भी अमर्यादित टिप्पणियां की थीं।
पिता से मुलाकात के बाद हुआ विवाद
अभय के पिता कर्ण सिंह, जो पेशे से वकील हैं, महाकुंभ में अपने बेटे से मिलने पहुंचे थे। लेकिन विवादों के चलते अभय सिंह महाकुंभ छोड़कर कहीं चले गए।
जूना अखाड़े की सख्त कार्रवाई
जूना अखाड़े ने अभय सिंह को तुरंत पंडाल छोड़ने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अनुशासन समिति ने सर्वसम्मति से फैसला लेते हुए उन्हें अखाड़े से निष्कासित कर दिया। अब उनके जूना अखाड़े में प्रवेश पर प्रतिबंध है, जब तक वे माता-पिता और गुरु का सम्मान करना नहीं सीख लेते।
जूना अखाड़े का संदेश
अखाड़े ने स्पष्ट किया कि माता-पिता और गुरु का अपमान किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अखाड़े के पंच परमेश्वर ने कहा कि धर्म और संत परंपरा में अनुशासन सर्वोपरि है।
यह मामला महाकुंभ के दौरान संत समाज में चर्चा का विषय बना हुआ है।
यह भी पढ़ें 👉 तंबाकू व्यापार का भ्रामक प्रचार करने पर मुकदमा दर्ज किया गया