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हरिद्वार के मीरपुर क्षेत्र में रानीपुर पुलिस और ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नशे की दवाओं और इंजेक्शन का अवैध कारोबार करने वाले मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने 4582 नशीली टेबलेट और 54 इंजेक्शन बरामद किए। मेडिकल स्टोर संचालक दंपति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कैसे हुआ खुलासा?

नगर पुलिस अधीक्षक पंकज गैरोला ने बताया कि रानीपुर कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी और सुमननगर चौकी प्रभारी अर्जुन सिंह को सूचना मिली थी कि गढ़मीरपुर में स्थित एक मेडिकल स्टोर पर नशीली दवाओं और इंजेक्शन की बिक्री हो रही है। सूचना पुख्ता होने के बाद पुलिस ने ड्रग विभाग की टीम, जिसमें ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती शामिल थीं, के साथ योजना बनाकर छापेमारी की।
छापेमारी का घटनाक्रम
टीम ने मेडिकल स्टोर पर अचानक छापा मारा, जिससे वहां मौजूद संचालक दंपति और कुछ संदिग्धों को भागने का मौका नहीं मिला।

इस बार टीम ने रात में कार्रवाई की, क्योंकि पहले दिन में छापेमारी के दौरान आरोपी बच निकलते थे। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नशे की दवाएं और इंजेक्शन बरामद किए गए।
बरामदगी का विवरण
टेबलेट: 4582 विभिन्न ब्रांड की नशीली गोलियां।
इंजेक्शन: 54 नशे में इस्तेमाल किए जाने वाले इंजेक्शन।
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई
मेडिकल स्टोर संचालक दंपति को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस ने कई अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है। आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों की प्रतिक्रिया
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने इस सफलता पर पुलिस टीम की प्रशंसा की और उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस पूरी ताकत से कार्रवाई कर रही है।
ड्रग विभाग की अपील
ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने कहा कि इस तरह की अवैध गतिविधियां युवाओं के जीवन को प्रभावित कर रही हैं।

उन्होंने जनता से अपील की कि अगर किसी को ऐसी गतिविधियों की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस या ड्रग विभाग को सूचित करें।
यह छापेमारी नशे के खिलाफ अभियान की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है और इससे इस अवैध कारोबार पर कड़ा प्रहार हुआ है। पुलिस और ड्रग विभाग ने मिलकर ऐसे मामलों पर सख्त कदम उठाने का संदेश दिया है।