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लक्सर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य को मजबूत बनाना और परिवारों में जागरूकता बढ़ाना था। शिविर में सैकड़ों महिलाओं और ग्रामीणों ने भाग लिया और विशेषज्ञ चिकित्सकों से निःशुल्क परामर्श व दवाएं प्राप्त कीं।
महिलाओं के स्वास्थ्य पर राष्ट्रीय अभियान

भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें समय-समय पर महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए विशेष अभियान चलाती रही हैं। हाल के वर्षों में मातृ मृत्यु दर और कुपोषण की चुनौतियों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का लक्ष्य महिलाओं को बीमारियों की समय रहते पहचान, पोषण संबंधी जागरूकता और गर्भावस्था के दौरान विशेष देखभाल उपलब्ध कराना है। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत उत्तराखंड समेत देशभर में हजारों शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
लक्सर सीएचसी का शिविर
शनिवार को लक्सर सीएचसी में आयोजित शिविर का उद्घाटन बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद, लक्सर नगरपालिका अध्यक्ष संजीव कुमार नीटू, एसीएमओ डॉ. अनिल वर्मा और सीएचसी प्रभारी चिकित्सक डॉ. सैय्यद मोहम्मद रफी अहमद ने संयुक्त रूप से किया।
इस शिविर में निम्न सेवाएं उपलब्ध कराई गईं:
- रक्तचाप और मधुमेह जांच
- कैंसर स्क्रीनिंग (महिलाओं के लिए विशेष जांच)
- गर्भावस्था संबंधी परामर्श
- पोषण और आहार संबंधी जागरूकता
- विकलांगता जांच और अन्य सामान्य रोग परीक्षण
विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मरीजों को निःशुल्क दवाएं उपलब्ध कराईं और स्वास्थ्य सुधार के लिए जरूरी टिप्स साझा किए।
अधिकारियों और डॉक्टरों के विचार
लक्सर सीएचसी प्रभारी डॉ. सैय्यद मोहम्मद रफी अहमद ने कहा,
“इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति सजग करना है। अगले चरण में और अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि ग्रामीण महिलाओं तक अधिकतम लाभ पहुंच सके।”
बाल विकास परियोजना अधिकारी सुधा त्रिपाठी ने बताया कि इस अभियान से आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को भी प्रशिक्षण मिल रहा है, जिससे वे घर-घर जाकर महिलाओं को स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जानकारी दे सकेंगी।
ग्रामीणों को मिला लाभ
शिविर में शामिल हुई महिलाओं और ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की। लाभार्थी जावेद अली ने कहा,
“ऐसे शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाते हैं और महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हैं। यह पूरे परिवार के लिए जरूरी है।”
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस प्रकार की पहल से न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ती है, बल्कि महिलाओं की आत्मनिर्भरता और परिवार की मजबूती भी सुनिश्चित होती है। पिछले वर्षों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों की संख्या और भागीदारी लगातार बढ़ी है।
उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य के विभिन्न जिलों में 1 लाख से अधिक महिलाएं अब तक इस अभियान से लाभान्वित हो चुकी हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर इसी तरह नियमित शिविर आयोजित किए जाते रहे, तो मातृ और शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी आ सकती है।
लक्सर सीएचसी में आयोजित यह स्वास्थ्य शिविर न केवल सफल रहा, बल्कि इसने महिलाओं के स्वास्थ्य और परिवार की सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम भी उठाया। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि आने वाले समय में और अधिक जागरूकता कार्यक्रम और शिविर आयोजित किए जाएंगे। ऐसे अभियानों से यह संदेश स्पष्ट होता है कि “स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और मजबूत समाज की नींव है।”
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