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हरिद्वार, 14 जुलाई 2025 – जनपद में शासन की मंशा के अनुरूप जन समस्याओं के त्वरित निस्तारण और उत्तरदायी प्रशासन की भावना को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम में सख्त रुख अपनाया।
इस जनसुनवाई में 28 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें जलभराव, पेयजल संकट, अतिक्रमण, विद्युत, सड़कों की बदहाली, राशन कार्ड से संबंधित समस्याएं प्रमुख रहीं।
इनमें से 15 समस्याओं का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया जबकि शेष को संबंधित विभागों को शीघ्र समाधान हेतु निर्देशित किया गया।
शिकायतों में सामने आए प्रमुख मुद्दे
अवैध खोखे हटाने: शिवालिक नगर के न्यू शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के दोनों ओर अनधिकृत खोखों को हटाने की मांग अंकुर मल्होत्रा ने की। गन्ना भुगतान बकाया: संदीप कुमार ने इकबालपुर चीनी मिल पर किसानों का भुगतान लंबित होने की शिकायत की।
जमीन विवाद: तहसील भगवानपुर निवासी रामलाल ने पट्टे की भूमि कब्जामुक्त कराने की गुहार लगाई।राशन कार्ड, छात्रवृत्ति व भवन मरम्मत: कई फरियादियों ने अपने पुत्र का नाम राशन कार्ड में दर्ज कराने, बच्चों की छात्रवृत्ति दिलवाने और जर्जर स्कूल भवन को दुरुस्त करने की मांग की।
सीएम हेल्पलाइन पर धीमे निस्तारण पर सख्त रुख
बैठक में सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि कुछ विभाग समस्याओं के निराकरण में शिथिलता बरत रहे हैं। जिला पंचायतीराज अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए डीएम ने सभी सहायक विकास अधिकारियों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि:”जन समस्याओं के समाधान में कोई भी कोताही स्वीकार नहीं की जाएगी। जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई तय है।”
विवाह पंजीकरण को लेकर भी दिशा-निर्देश
यूसीसी पोर्टल की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विवाह पंजीकरण को अनिवार्य रूप से लागू कराएं और इसके लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाए।
कांवड़ मेला: जोनल स्तर पर व्यवस्थाओं की ऑनलाइन समीक्षा कांवड़ यात्रा के चलते हरिद्वार जिले में चल रही व्यवस्थाओं की समीक्षा में डीएम ने सभी सुपर जोनल मजिस्ट्रेटों से रिपोर्ट ली। उन्होंने कहा कि –> “फील्ड में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों से निरंतर संपर्क में रहें, समस्याओं का त्वरित समाधान हो।”
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बैठक में शामिल वरिष्ठ अधिकारी
इस समीक्षा बैठक में जिले के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे:मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, एडीएम प्रशासन पीआर चौहान, एडीएम वित्त दीपेंद्र नेगी, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, परियोजना निदेशक केएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, जिला पंचायतीराज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी आशुतोष भंडारी, एसीएमओ डॉ. अनिल वर्मा, आरटीओ प्रवर्तन कृष्ण चंद्र पलारिया, एआरटीओ नेहा झा सहित अन्य अधिकारी।
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