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रिपोर्टर (सचिन शर्मा)
हरिद्वार जिले के ज्वालापुर क्षेत्र से आई खबर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पुलिस अपराधियों पर कितनी पैनी नज़र रख रही है। बीते 19 सितंबर 2025 को ज्वालापुर क्षेत्र में एक महिला से कुंडल स्नैचिंग की वारदात हुई थी। घटना उस वक्त हुई जब एक मोटरसाइकिल सवार युवक ने पीछे से आकर महिला के कान से उसके कुंडल झपट लिए और फरार हो गया। इस वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई और स्थानीय लोगों में आक्रोश की लहर दौड़ गई। पीड़िता ने तत्काल थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होते ही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और मुकदमा अपराध संख्या 526/2025 धारा 304(2) भारतीय न्याय संहिता में पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी।
ज्वालापुर पुलिस के लिए यह एक बड़ी चुनौती थी क्योंकि स्नैचिंग की घटनाएं अक्सर अपराधियों की तेज गति वाली बाइक और अचानक हमले के कारण सुलझाना मुश्किल होती हैं। लेकिन हरिद्वार पुलिस ने अपनी कार्यकुशलता और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर यह साबित कर दिया कि अपराध चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के शिकंजे से बचना असंभव है।
पुलिस टीम ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की। वीडियो साक्ष्यों और तकनीकी इनपुट की मदद से संदिग्ध की पहचान की गई। उसके बाद इलाके में सघन चेकिंग और दबिश दी गई। पुलिस की मेहनत रंग लाई और 24 घंटे से भी कम समय में आरोपी को नहर पटरी पर वाहन चेकिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के पास से न केवल छीने गए कुंडल बरामद किए गए बल्कि घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल स्प्लेंडर प्लस (सिल्वर रंग, नंबर UK-08-AP-8479) भी कब्जे में ली गई। बरामदगी और साक्ष्यों के आधार पर मामले में धारा 317(2) भारतीय न्याय संहिता की बढ़ोतरी भी कर दी गई है, ताकि आरोपी पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सके।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान नसरत पुत्र खलील निवासी इक्कड़ कला थाना पथरी, जनपद हरिद्वार के रूप में हुई है। उसकी उम्र 25 वर्ष बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार आरोपी पेशे से शातिर किस्म का अपराधी है और इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने का आदी हो चुका है। लेकिन पुलिस की तत्परता ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
इस पूरी सफलता के पीछे ज्वालापुर पुलिस टीम की मेहनत और कड़ी मशक्कत रही। टीम में निरीक्षक देवेंद्र चौहान, हेड कांस्टेबल हिमेश, कांस्टेबल दिनेश, कांस्टेबल रोहित बरोडिया और कांस्टेबल मनोज डोभाल शामिल रहे। इन पुलिसकर्मियों ने न केवल घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए बल्कि आरोपी तक पहुंचने के लिए दिन-रात लगातार प्रयास किया। आखिरकार उनकी मेहनत सफल हुई और आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गया।
घटना के खुलासे के बाद स्थानीय लोगों ने हरिद्वार पुलिस की इस तेज़ कार्रवाई की सराहना की। आमजन का कहना है कि पुलिस ने जिस तेजी और तत्परता के साथ अपराधी को पकड़ा, वह काबिले तारीफ है। इससे अपराधियों को भी यह संदेश गया है कि यदि वे इस तरह के अपराध करने की कोशिश करेंगे तो उन्हें तुरंत कानून का सामना करना पड़ेगा। महिलाओं से जुड़ी इस तरह की घटनाएं समाज के लिए चिंता का विषय हैं। स्नैचिंग के मामले अक्सर महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाकर किए जाते हैं क्योंकि उन्हें आसान शिकार माना जाता है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि पुलिस हर हाल में अपराधियों को पकड़ने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए तत्पर है।
हरिद्वार पुलिस ने पहले भी कई मामलों में त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। चाहे वह नशे की तस्करी हो, चोरी-डकैती हो या महिलाओं के खिलाफ अपराध, पुलिस ने हर बार समय रहते अपनी जिम्मेदारी निभाई है। इस बार भी ज्वालापुर थाने की टीम ने अपनी मेहनत और कार्यकुशलता से यह साबित कर दिया कि अपराधियों के लिए हरिद्वार सुरक्षित ठिकाना नहीं है। आम जनता के लिए भी इस घटना से एक सबक निकलता है। जब भी इस तरह की वारदात हो, तुरंत पुलिस को सूचना दें। पुलिस की त्वरित कार्रवाई तभी संभव है जब पीड़ित परिवार और आमजन समय रहते सहयोग करें। ज्वालापुर की इस घटना में पीड़िता और स्थानीय लोगों ने जो तत्परता दिखाई, उसी का नतीजा है कि आरोपी जल्दी पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
कानून की नजर में स्नैचिंग कोई छोटा अपराध नहीं है। भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत इस तरह की घटनाओं को गंभीर अपराध की श्रेणी में रखा जाता है और दोषियों को कठोर सजा मिल सकती है। पोक्सो या संगीन अपराधों जितना ही गंभीर माना जाने वाला स्नैचिंग अपराध न केवल संपत्ति की हानि है बल्कि पीड़ित के मनोबल और सुरक्षा भाव पर भी गहरा असर डालता है। यही कारण है कि पुलिस ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों को पकड़ने में कोई ढिलाई नहीं बरतती।m हरिद्वार पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल आरोपी को सलाखों के पीछे भेजा बल्कि इलाके में कानून और सुरक्षा का भरोसा भी मजबूत किया है। अब आमजन और खासकर महिलाएं अधिक सुरक्षित महसूस कर रही हैं। पुलिस की यह उपलब्धि अपराधियों के लिए चेतावनी और जनता के लिए राहत का संदेश है।
निष्कर्ष के तौर पर कहा जा सकता है कि ज्वालापुर थाना पुलिस की इस सफलता ने एक बार फिर यह साबित किया है कि अपराध कितना भी शातिर क्यों न हो, पुलिस की पैनी नज़र और तत्पर कार्रवाई से बच पाना असंभव है। आरोपी नसरत की गिरफ्तारी और छीने गए कुंडल व बाइक की बरामदगी पुलिस के पेशेवर रवैये की मिसाल है। यह घटना आने वाले समय में अपराधियों के लिए सबक और जनता के लिए भरोसे की एक नई मिसाल बनकर सामने आई है।
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