सबसे सटीक ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़…👍
Haridwar news। Farmers– लालढांग क्षेत्र के किसानों को इन दिनों भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डोईवाला चीनी मिल के गन्ना खरीद केंद्रों पर 11 फरवरी से गन्ना ढुलाई पूरी तरह ठप पड़ी है। किसानों का कहना है कि मिल प्रशासन और ट्रांसपोर्ट व्यवस्था की लापरवाही के कारण उनका गन्ना क्रय केंद्रों पर ही पड़ा-पड़ा सूख रहा है, जिससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है।
गन्ना आपूर्ति में आई इस रुकावट का सबसे बड़ा कारण कांवड़ मेला बताया जा रहा है। मेला प्रशासन द्वारा भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण गन्ने की ढुलाई नहीं हो पा रही है। हालांकि यह प्रतिबंध कुछ ही दिनों के लिए लागू किया गया था, लेकिन उसके बाद भी गन्ने का उठान शुरू नहीं हुआ, जिससे किसानों में नाराजगी है।

किसान परमजीत सिंह, बाबूराम, जयपाल, बलदेव सिंह, सोपाल सिंह और रतन सिंह सहित कई अन्य किसानों का कहना है कि वे अपने गन्ने को क्रय केंद्रों तक पहुंचा चुके हैं, लेकिन वहां से आगे की प्रक्रिया रुकी हुई है। गन्ना खरीद केंद्रों पर चार दिनों से कोई भी खरीद नहीं हो रही है, जिससे सैकड़ों क्विंटल गन्ना खुले में पड़ा खराब हो रहा है। किसानों को चिंता सता रही है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो उनकी महीनों की मेहनत बेकार चली जाएगी।
इस पूरे मामले पर डोईवाला चीनी मिल के जीएम
सिद्धार्थ दीक्षित ने कहा कि किसानों की समस्या को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले चौबीस घंटे के भीतर सभी केंद्रों से गन्ने का उठान करा लिया जाएगा, जिससे किसानों को राहत मिल सकेगी। हालांकि, किसानों का कहना है कि वे अब तक ऐसे कई आश्वासन सुन चुके हैं, लेकिन धरातल पर स्थिति जस की तस बनी हुई है।

किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि गन्ना उठान की व्यवस्था जल्द से जल्द सुचारू की जाए, ताकि उन्हें और अधिक नुकसान न झेलना पड़े। उनका कहना है कि यदि समय पर गन्ने की ढुलाई नहीं हुई, तो वे मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता अपनाने को विवश होंगे।
यह भी पढ़ें 👉 धीरवाली में बड़ा हादसा: विद्युत करंट की चपेट में आया कर्मचारी, गंभीर रूप से झुलसा और खंभे से गिरा