सबसे सटीक ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़…👍
आज पूरा देश ईद उल फितर का त्योहार धूमधाम से मना रहा है। इस दिन को लेकर मुस्लिम समुदाय में विशेष धार्मिक उत्साह और आस्था देखने को मिल रही है। रुड़की में भी इस मौके पर हजारों की संख्या में लोग ईद की नमाज अदा करने के लिए एकत्रित हुए।

नमाज के दौरान मुफ्ती सलीम और मौलाना अजहर ने न सिर्फ धार्मिक शिक्षा दी, बल्कि समाज में भाईचारे, शिक्षा, और शांति का भी संदेश दिया।
————-
ईद का संदेश: शांति, भाईचारा और शिक्षा

मुफ्ती सलीम ने इस अवसर पर कहा कि इस्लाम हमेशा प्यार और मोहब्बत का पैगाम देता है। उन्होंने समुदाय से आग्रह किया कि हम सभी को एक-दूसरे के भावनाओं का सम्मान करना चाहिए और आपसी सौहार्द बढ़ाना चाहिए।

मुफ्ती साहब ने सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए चेतावनी दी कि हमें भड़काऊ भाषण और नफरत फैलाने वाली खबरों से दूर रहना चाहिए। सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल समाज को सकारात्मक दिशा में बढ़ा सकता है।
———–
बच्चों को सही दिशा में शिक्षा देना आवश्यक
रहमानिया अरबी मदरसे के प्रधानाचार्य मौलाना अजहर ने भी इस मौके पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि मुसलमानों को तालीम पर अधिक ध्यान देना चाहिए और बच्चों को नशे जैसी बुरी आदतों से बचाना चाहिए।

उनके अनुसार, आज के समय में बच्चों को अच्छे संस्कार देना और उन्हें इस्लाम की सिखावनियों के साथ-साथ दुनियावी शिक्षा भी देना बेहद जरूरी है। उन्होंने बच्चों को अपनी जिंदगी पैगम्बर हजरत मोहम्मद मुस्तफा की सुन्नतों पर चलने का आह्वान किया।
मुफ्ती सलीम ने किया देश की तरक्की पर जोर
नमाज के बाद, मुफ्ती सलीम ने देश और प्रदेश की खुशहाली और तरक्की के लिए दुआ की। उन्होंने कहा कि पैगम्बर मोहम्मद साहब ने हमेशा उस देश की वफादारी करने का आदेश दिया है, जिसमें आप रहते हैं।

इसलिये हमें अपने देश और प्रदेश की तरक्की के लिए अपना पूरा सहयोग देना चाहिए। मुफ्ती साहब ने यह भी कहा कि वर्तमान में प्रदेश सरकार अवैध मदरसों पर कार्रवाई कर रही है, इसलिए सभी अरबी मदरसों को अपने दस्तावेज दुरुस्त रखने चाहिए ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या न हो।
निष्कर्ष: शिक्षा और शांति की ओर कदम बढ़ाएं
ईद उल फितर के इस पवित्र अवसर पर मुफ्ती सलीम और मौलाना अजहर का संदेश स्पष्ट है—हमारे समाज को शांति, भाईचारे और अच्छे संस्कारों की आवश्यकता है।

हमें अपने बच्चों को सिर्फ धार्मिक शिक्षा ही नहीं, बल्कि आधुनिक शिक्षा और तकनीकी ज्ञान भी देना चाहिए। यह हमें न केवल दुनिया में सफलता दिलाएगा, बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव लाएगा।
आखिरकार, सभी मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि शिक्षा का सबसे बड़ा उद्देश्य समाज की भलाई और सुधार है। इस्लाम हमें हमेशा शांति और भाईचारे का संदेश देता है, और हमें इसे अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाना चाहिए।
———————————✍️👇——————————
यह भी पढ़ें 👉 वेश्यावृति पर हरिद्वार पुलिस का कड़ा एक्शन: रुड़की में छापेमारी, 6 महिलाएं गिरफ्तार…
उत्तराखंड की सभी ताज़ा और महत्वपूर्ण ख़बरों के लिए ✨ ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़ ✨ के📢 WHATSAPP GROUP से जुड़ें और अपडेट सबसे पहले पाएं !
👉 यहां क्लिक करें एक और हर अपडेट आपकी उंगलियों पर!

