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हरिद्वार, 14 दिसंबर 2024 – जिलाधिकारी कमेन्द्र सिंह ने विकास भवन के सभागार में जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर बीस सूत्रीय कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी ने विकास कार्यों में लापरवाही बरतने वाले विभागों पर नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
उन्होंने डी श्रेणी में शामिल सिंचाई विभाग की सिंचन क्षमता सृजन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (नगरीय), जल जीवन मिशन-55 एलपीसीडी से हर घर नल योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना तथा सी रैंकिंग में आने वाली जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (प्रथम एवं द्वितीय प्रसव) की धीमी प्रगति पर कड़ी आपत्ति जताई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जो विभाग आवंटित धनराशि का समय से उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, वे 15 फरवरी तक विश्लेषण कर अवशेष धनराशि समर्पित करना सुनिश्चित करें। यदि जिला योजना के अंतर्गत कोई भी राशि कालातीत होती है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में अपर सांख्यकी अधिकारी सुभाष शाक्य ने बताया
कि वित्तीय प्रगति के अनुसार जिला सेक्टर में 78.80 प्रतिशत, राज्य सेक्टर में 74.79 प्रतिशत, केंद्र पोषित योजनाओं में 91.06 प्रतिशत तथा वाह्य सहायतित योजनाओं में 53.97 प्रतिशत व्यय हुआ है, जिससे कुल वित्तीय प्रगति 78.60 प्रतिशत रही। जिलाधिकारी ने सबसे कम व्यय करने वाले औद्योगिक विकास से जुड़े विभागों पर असंतोष जताते हुए पाली हाउस, राजकीय उद्यानों का सुदृढ़ीकरण, कृषक प्रशिक्षण, कृषि यंत्रीकरण प्रोत्साहन और कृषि निवेश ढुलाई जैसी योजनाओं की धीमी प्रगति को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया। इसके साथ ही, तीन अनुपस्थित अधिकारियों को भी नोटिस थमाया गया।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि फरवरी के अंत तक आवंटित बजट का शत-प्रतिशत व्यय सुनिश्चित करें, अन्यथा जनपद की रैंकिंग प्रभावित होने पर संबंधित अधिकारी व विभाग जिम्मेदार होंगे। जिलाधिकारी ने सभी मदों में धनराशि का मितव्ययता के आधार पर उपयोग करने और 20 मार्च तक सभी संबंधित बिल कोषागार में प्रेषित करने के निर्देश दिए।
इस महत्वपूर्ण बैठक में परियोजना निदेशक के.एन. तिवारी,
अपर सांख्यकी अधिकारी सुभाष शाक्य, ईई पीडब्ल्यूडी दीपक कुमार, जिला बाल विकास अधिकारी सुलेखा सहगल, डीडीओ वेद प्रकाश, जिला रोजगार अधिकारी उत्तम कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल भंडारी, डीओ पीआरडी प्रमोद कुमार, एसीएमओ अनिल वर्मा, समाज कल्याण अधिकारी टी.आर. मलेठा, सहायक जिला परियोजना अधिकारी नलनीत धिल्डियाल, प्रोजेक्ट मैनेजर (नमामि गंगे) मिनाक्षी मित्तल समेत जनपद के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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