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रुड़की । तहसीलदार को खनन के फर्जी निकासी पत्र दिखाने के मामले में रुड़की पुलिस ने सोमवार को रोड़ी और डस्ट माल के दो मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। यह मुकदमा सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत कई अन्य धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच का जिम्मा उप निरीक्षक अकरम अहमद को सौंपा गया है।
घटना का विवरण
तहसीलदार विकास अवस्थी को दो दिन पहले मुखबिर से सूचना मिली थी कि कलियर रोड पर अवैध रूप से रोड़ी और डस्ट का परिवहन किया जा रहा है। सूचना के आधार पर तहसील टीम ने ट्रैक्टर-ट्रालियों को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान चालकों ने ट्रैक्टर-ट्रालियों को रोकने के बजाय तेजी से भगा लिया।
कार्रवाई और गिरफ्तारी
तहसील टीम ने कार्रवाई करते हुए सोलानी पुल नहर पटरी के पास एक ट्रैक्टर-ट्राली को पकड़ लिया। वहीं, दूसरी ट्रैक्टर-ट्राली को मेहवड और बाजूहेड़ी के बीच रोकने की कोशिश की गई। इस दौरान चालक ने चलते ट्रैक्टर से कूदकर भागने की कोशिश की, लेकिन वह गिरकर घायल हो गया। तहसील टीम ने घायल चालक को तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
फर्जी कागजात का खुलासा
जांच के दौरान तहसीलदार को दिखाए गए दस्तावेज फर्जी पाए गए। इन कागजात के आधार पर अवैध खनन सामग्री के परिवहन का प्रयास किया जा रहा था। तहसीलदार की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
पुलिस जांच जारी
इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले और इनका इस्तेमाल करने वालों की पहचान की जा रही है। साथ ही यह पता लगाया जा रहा है कि अवैध खनन के इस काम में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी कानून का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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