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दिल्ली-NCR के सैकड़ों होम बायर्स ठगी का शिकार
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने 49 वर्षीय हरिंदर बशिष्ठ को गिरफ्तार किया है, जो वर्धमान एस्टेट्स एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और जेस्था प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक है। हरिंदर पर आरोप है कि उसने दिल्ली-NCR में सैकड़ों होम बायर्स को धोखा देकर 30 करोड़ रुपये की ठगी की है।
कैसे हुआ ठगी का खुलासा?
शिकायतकर्ता सुनील गुप्ता ने 2022 में EOW में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 2009 में वर्धमान एस्टेट्स ने नोएडा एक्सटेंशन के नॉलेज पार्क-III में एक प्रोजेक्ट लॉन्च किया था। कंपनी ने आईटी पार्क और आवासीय घर बनाने का दावा किया। शिकायतकर्ता ने दो यूनिट बुक कराई और बिल्डर बायर्स एग्रीमेंट (BBA) पर हस्ताक्षर भी किए। लेकिन, बाद में उनकी बुकिंग रद्द कर दी गई।
आरोप: एक यूनिट को कई बायर्स को बेचा
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने एक यूनिट को कई खरीदारों को बेचा। इतना ही नहीं, शिकायतकर्ताओं की यूनिट को बिना किसी वैध कारण के रद्द कर दिया। अब तक 75 शिकायतें आरोपी के खिलाफ दर्ज हो चुकी हैं।
जांच में क्या निकला?
नोएडा प्राधिकरण और पुलिस की जांच में पाया गया कि वर्धमान एस्टेट्स ने खरीदारों के साथ BBA करने का कोई अधिकार नहीं था। कंपनी के बैंक खातों में गड़बड़ी और खरीदारों के पैसे के लेन-देन की पुष्टि भी हुई है।
आरोपी रिमांड पर हरिंदर बशिष्ठ को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे चार दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
होम बायर्स की चिंता दिल्ली-NCR में ऐसे कई बिल्डर्स हैं जो सालों से खरीदारों को ठगते आ रहे हैं। आम्रपाली बिल्डर्स के बाद अब वर्धमान एस्टेट्स जैसी कंपनियां होम बायर्स के लिए बड़ी समस्या बन रही हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी? दिल्ली पुलिस ने होम बायर्स से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी प्रोजेक्ट में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी जुटाएं और सतर्क रहें।
लेखक: ज्वालापुर टाइम्स न्यूज
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