सबसे सटीक ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़…👍
देहरादून देहरादून पुलिस ने बच्चों के अपहरण और उन्हें बेचने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस घटना में दो महिलाएं भी शामिल थीं। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर अपहृत दो साल के बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। गिरोह ने इस बच्चे को दो लाख रुपये में बेच दिया था।
शिकायत और जांच की शुरुआत
एसएसपी अजय सिंह ने सोमवार को प्रेसवार्ता में इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 2 जनवरी को कस्बा झालू, बिजनौर निवासी रीना, जो वर्तमान में यमुना कॉलोनी, देहरादून में रहती हैं, ने अपने दो बेटों – आकाश (5 वर्ष) और विकास (2 वर्ष) के अपहरण की शिकायत कोतवाली कैंट में दर्ज कराई थी।
जांच में पता चला कि पीड़िता के घर अक्सर उसके मामा का बेटा राकेश (जाटान, बिजनौर निवासी) आता-जाता था। राकेश सहस्त्रधारा रोड, देहरादून में रहता था। घटना के कुछ दिनों बाद बड़ा बेटा आकाश अपने घर लौट आया। आस-पड़ोस के लोगों ने बताया कि राकेश ने ही आकाश को यमुना कॉलोनी में उनके घर के पास छोड़ा था।
आरोपियों का खुलासा
पुलिस जांच में राकेश के साथ एक अन्य व्यक्ति राहुल (गोहरपुर, काफियाबाद, मुरादाबाद निवासी) की संलिप्तता सामने आई। मोबाइल सर्विलांस के जरिए यह पता चला कि घटना के दिन राकेश और राहुल लगातार संपर्क में थे। साथ ही, राहुल की बेटी तानिया ने अपहृत बच्चों को अपने पास छिपाया हुआ था।

पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि घटना के बाद से राकेश, राहुल और तानिया लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे थे। मैनुअल पुलिसिंग के जरिए पता चला कि ये तीनों आरोपी अमरोहा में राहुल की बुआ के घर पर छिपे हुए हैं।
गिरफ्तारी और बच्चे की बरामदगी
पुलिस ने अमरोहा में दबिश देकर राकेश और तानिया को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने खुलासा किया कि अपहृत बच्चे को प्रियंका और सैंटी (कोडीपुर, धामपुर, बिजनौर निवासी) को दो लाख रुपये में बेच दिया गया था। पुलिस ने धामपुर से प्रियंका और सैंटी को भी गिरफ्तार किया।

आरोपियों ने बताया कि बच्चे को सरकथल शिवाला में एक परिवार को बेचने की तैयारी थी। पुलिस ने बच्चों को सही समय पर बरामद कर लिया। हालांकि, मुख्य आरोपी राहुल अभी भी फरार है और उसकी तलाश जारी है।
पुलिस टीम को सम्मानित किया गया
मामले का सफलतापूर्वक खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी ने ₹25,000 का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
राहुल, निवासी गोहरपुर, काफियाबाद, मुरादाबाद।पुलिस इस मामले में अन्य संभावित साजिशकर्ताओं और गिरोह के सदस्यों की भी जांच कर रही है।
यह भी पढ़ें 👉 प्रयागराज महाकुंभ 2025: संगम तट पर आस्था की डुबकी, पहले दिन 60 लाख श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान।