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मेरठ के देहली गेट थाना क्षेत्र में सराफा बाज़ार से बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पश्चिम बंगाल का रहने वाला एक कारीगर 98 लाख रुपये मूल्य का करीब 770 ग्राम शुद्ध सोना लेकर फरार हो गया। इस घटना के बाद व्यापारियों ने थाने में जमकर विरोध जताया।
मेरठ के सराफा बाजार की बढ़ती चुनौतियाँ
मेरठ का सराफा बाजार उत्तर भारत के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित बाजारों में से एक माना जाता है। यहाँ से लाखों रुपये का आभूषण प्रतिदिन तैयार होता है और कई राज्यों तक भेजा जाता है।
पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल से आने वाले कई कारीगरों की बड़ी संख्या मेरठ में काम कर रही है। इस दौरान कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जहां कारीगर आभूषण बनाने के बहाने व्यापारियों का सोना लेकर फरार हो गए। यह मामला भी उन्हीं घटनाओं की कड़ी माना जा रहा है।
घटना
स्थान: नील की गली, देहली गेट थाना क्षेत्र, मेरठ
समय: 20 नवंबर की रात को कारीगर फरार
कारीगर की पहचान —
- नाम: श्याम सुंदर
- मूल निवासी: विक्रमपुर, थाना देवरा, पश्चिम बंगाल
- वर्तमान पता: ब्रह्मपुरी, मेरठ (किराए का घर – जो अब खाली)
किसका कितना सोना लेकर भागा?
| व्यापारी का नाम | सोने की मात्रा |
|---|---|
| संदीप कुमार (श्रीराम कॉम्प्लेक्स) | 160 ग्राम |
| हिमांशु दास (प्रहलाद नगर) | 180 ग्राम |
| महमूद अली मंडल (पूर्वा महावीर, देहली रोड) | 180.450 ग्राम |
| एसके बकी (पूर्वा ताहिर हुसैन, रेलवे रोड) | 250 ग्राम |
| अन्य व्यापारी |
👉 कुल: 770 ग्राम सोना (लगभग ₹98 लाख मूल्य)
- कारीगर ने चार दिन में काम पूरा करने का वादा किया था
- रातों-रात किराए का घर खाली कर परिवार समेत लापता
- फोन स्विच ऑफ, कोई संपर्क नहीं
- एको हास! दुकानदार जब पहुंचे तो पाया कि वह परिवार सहित गायब है और घर भी खाली कर चुका था।
घटना से नाराज व्यापारी देहली गेट थाने पहुंचे और कार्यवाही की मांग को लेकर हंगामा किया।
व्यापारियों की मांग:
- आरोपी को तुरंत पकड़कर सोना बरामद किया जाए
- भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक के लिए सख्त कानून हो
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा:
अभियोग दर्ज किया जा रहा है। पुलिस टीम को पश्चिम बंगाल भेजकर आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
- सराफा व्यापारियों में असुरक्षा और तनाव
- सोने की कमी से कारीगरी और उत्पादन प्रभावित
- छोटे व्यापारियों पर आर्थिक दबाव
- बाहरी कारीगरों पर अब अविश्वास बढ़ा
- व्यापारियों का कहना है कि अगर चोरी हुआ सोना वापस नहीं मिलता तो कई व्यवसाय बंद होने की कगार पर पहुँच सकते हैं।
मेरठ में पहले भी दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें बंगाल से आए कारीगर करोड़ों की धोखाधड़ी कर फरार हो चुके हैं।
- पिछले 2 साल में ऐसी घटनाएँ दर्ज
- अधिकतर मामलों में सोना बरामद नहीं हो पाया
- पश्चिम बंगाल पुलिस के सहयोग की कमी बताई जाती है
गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा पत्र
विजय आनंद अग्रवाल
महामंत्री, मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन ने कहा:
“हम गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भेजेंगे। पश्चिम बंगाल पुलिस सहयोग नहीं करती, इसलिए अपराधी पकड़े नहीं जाते और व्यापारियों को भारी नुकसान होता है।”
इस घटना ने दोबारा साबित कर दिया कि सराफा बाजार में व्यापार सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है।
पुलिस की त्वरित कार्यवाही और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल से ही ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है। व्यापारियों को भी चाहिए कि नियुक्ति से पहले कारीगरों का वेरिफिकेशन सुनिश्चित करें।
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