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रिपोर्टर (सचिन शर्मा)
लक्सर/हरिद्वार। हरिद्वार जिले में लगातार बढ़ रहे अवैध खनन पर लगाम कसने के लिए लक्सर पुलिस ने एक और सख्त कदम उठाया है। एसएसपी हरिद्वार के निर्देश पर चलाए गए अभियान के तहत कोतवाली लक्सर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो वाहनों—एक ट्रक और एक ट्रैक्टर—को अवैध खनन एवं ओवरलोडिंग में पकड़ा और मौके पर ही सीज कर दिया। इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में खनन माफियाओं में हड़कंप की स्थिति है।
अवैध खनन का खतरा?
हरिद्वार और उसके आसपास के क्षेत्र गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे बसे होने के कारण खनिज संपदा से भरपूर हैं। रेत, बजरी और मौरंग की बड़ी मांग के चलते खनन माफिया यहां अवैध खनन को अंजाम देते हैं।
पिछले कुछ वर्षों में अवैध खनन इतना बढ़ चुका है कि:

- नदियों के प्राकृतिक प्रवाह में बाधा आने लगी है
- पुलों, सड़कों और बांधों की नींव कमजोर हो रही है
- स्थानीय पर्यावरण और वन्यजीवों पर दुष्प्रभाव देखा जा रहा है
विशेषज्ञों के अनुसार, अनियंत्रित खनन से भू-क्षरण और बाढ़ का खतरा भी बढ़ता है। पर्यावरण मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 5 वर्षों में अवैध खनन के मामलों में 38% वृद्धि दर्ज की गई है। उत्तराखंड विशेष आंकड़ा]
| तारीख | स्थान | कार्रवाई |
|---|---|---|
| 08 नवंबर 2025 | कोतवाली लक्सर क्षेत्र | खनन में संलग्न 02 वाहन सीज |
उत्तराखंड के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) द्वारा सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए थे कि अवैध खनन एवं ओवरलोडिंग पर सख्त कार्रवाई की जाए। इन्हीं निर्देशों के क्रम में:
- पुलिस टीम ने गश्त के दौरान दो वाहनों को संदिग्ध गतिविधियों में पकड़ा
- कागजात की जांच में खनन सामग्री ओवरलोड और अवैध पाया गया
- दोनों वाहनों को सीज कर कानूनी कार्रवाई प्रारंभ की गई
सीज हुए वाहन:
- ट्रक – 01
- ट्रैक्टर – 01
पुलिस टीम:
- उपनिरीक्षक नीरज रावत
- महिला उपनिरीक्षक प्रियंका नेगी
- कांस्टेबल अरुण चौहान
- कांस्टेबल कपिल
- कांस्टेबल अनिल वर्मा
खनन माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और आगे भी अभियान तेज किया जाएगा।”
जनता और पर्यावरण दोनों प्रभावित
अवैध खनन केवल कानून का उल्लंघन नहीं है, बल्कि इसका प्रभाव आम जनता पर भी पड़ता है:
- भारी वाहन सड़कें खराब करते हैं, जिससे यातायात प्रभावित होता है
- धूल प्रदूषण से स्थानीय नागरिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते हैं
- ग्रामीण क्षेत्रों में रात में ट्रैक्टर-ट्रॉली की आवाजाही से दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ता है
- लक्सर निवासी बताते हैं कि कई बार शिकायतों के बाद भी कार्रवाई धीमी रहती थी, लेकिन हालिया सख्ती से उम्मीद जगी है कि इस बार प्रशासन ठोस कदम उठाएगा।
उत्तराखंड में अवैध खनन कोई नया मामला नहीं है। बीते वर्षों में भी बड़ी कार्रवाई की गई है:
- 2023: हरिद्वार में 76 वाहन अवैध खनन में पकड़े गए
- 2024: रुड़की और लक्सर क्षेत्र में 110 से अधिक वाहन सीज
- 2025 (जनवरी–अक्टूबर): अब तक वाहन पकड़े जा चुके
- राष्ट्रीय स्तर पर, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, देश में अवैध खनन के मामलों में 5 साल में 42% की वृद्धि हुई है।
लक्सर पुलिस की यह कार्रवाई अवैध खनन पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि ऐसी सख्ती जारी रहती है, तो खनन माफियाओं पर काबू पाया जा सकता है और पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है।
सलाह:
- प्रशासन को इस अभियान को नियमित और पारदर्शी बनाने की जरूरत है
- जनता भी हेल्पलाइन या पुलिस ऐप के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकती है
- पर्यावरण संरक्षण के लिए समाज, प्रशासन और मीडिया तीनों को मिलकर काम करना होगा
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