हरिद्वार के लिब्बरहेड़ी गाँव में झगड़े के बाद पुलिस गश्त करते हुए।हरिद्वार के लिब्बरहेड़ी गाँव में झगड़े के बाद पुलिस गश्त करते हुए।

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हरिद्वार जिले के मंगलौर थाना क्षेत्र के ग्राम लिब्बरहेड़ी में बुधवार को दो पक्षों के बीच हुए झगड़े से गांव का माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर झगड़ा कर रहे दोनों पक्षों को शांत कराया और शांति भंग करने के आरोप में आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया।

क्षेत्र में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएँ

मंगलौर थाना क्षेत्र में आपसी विवाद और छोटी-छोटी बातों पर झगड़ों की घटनाएँ पहले भी सामने आती रही हैं। ग्रामीण इलाकों में किसी भी तरह का विवाद अक्सर बड़े झगड़े का रूप ले लेता है, जिससे स्थानीय शांति भंग होने का खतरा बढ़ जाता है। पुलिस द्वारा लगातार समझाइश और गश्त के बावजूद, इस तरह की घटनाएँ पूरी तरह थमी नहीं हैं।

लिब्बरहेड़ी में भिड़े दो पक्ष, पुलिस ने संभाला हालात

दिनांक 6 नवम्बर 2025 को कोतवाली मंगलौर पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम लिब्बरहेड़ी में दो पक्षों के बीच झगड़ा हो रहा है। सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस के अनुसार, दोनों पक्ष एक-दूसरे पर मारपीट और अभद्रता पर उतारू थे। समझाने के कई प्रयासों के बावजूद जब माहौल शांत नहीं हुआ, तो शांति भंग होने के अंदेशे को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई की।

पुलिस ने झगड़े में शामिल 7 आरोपियों को धारा 170 बीएनएसएस (Bharatiya Nyaya Sanhita) के तहत हिरासत में लिया।

आरोपियों के नाम:

  1. अनस पुत्र फय्याज
  2. रियासत पुत्र मकसूद
  3. मुसैब पुत्र रियासत
  4. गुड्डू पुत्र सलीम
  5. शुभम राठी पुत्र धर्मेन्द्र सिंह
  6. आयुष राठी पुत्र ओमवीर सिंह
  7. रजत राठी पुत्र प्रदीप कुमार — सभी निवासी ग्राम लिब्बरहेड़ी, थाना मंगलौर, हरिद्वार।

पुलिस का कहना है —

प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि, “ग्राम लिब्बरहेड़ी में दो पक्षों के बीच पुरानी रंजिश के चलते झगड़ा हुआ था। स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते दोनों पक्षों से आधा दर्जन से अधिक व्यक्तियों को शांति भंग के आरोप में हिरासत में लिया गया है। मामले की जांच जारी है।”

ग्रामीणों में दहशत, प्रशासन ने बढ़ाई गश्त

इस झगड़े के बाद गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे झगड़े गांव की शांति और सौहार्द को नुकसान पहुँचाते हैं।
व्यापारिक गतिविधियाँ कुछ समय के लिए प्रभावित रहीं और ग्रामीणों ने एहतियातन अपने घरों में रहना उचित समझा।

हालिया महीनों में बढ़े आपसी विवाद

हरिद्वार जिले के ग्रामीण इलाकों में इस साल अब तक पुलिस द्वारा शांति भंग के 20 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें से अधिकांश झगड़े आपसी रंजिश, संपत्ति विवाद या पुरानी मनमुटाव से जुड़े हैं। पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी भी विवाद की सूचना तुरंत पुलिस को दें और खुद कानून हाथ में न लें।

सामाजिक समरसता बनाए रखना जरूरी

मंगलौर क्षेत्र में लगातार हो रही ऐसी घटनाएँ यह संकेत देती हैं कि समाज में संवाद और संयम की जरूरत है। पुलिस ने कहा है कि दोषियों पर कानूनी कार्रवाई होगी और भविष्य में ऐसी घटनाएँ रोकने के लिए निगरानी बढ़ाई जाएगी।
जनता से अपील है कि कानूनी प्रक्रिया पर भरोसा रखें और किसी भी विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएँ।

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By ATHAR

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