हरिद्वार जिले के थाना झबरेड़ा में रविवार को पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ने अर्द्धवार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थाना परिसर, अभिलेखों, आर्म्स-अम्यूनिशन और साफ-सफाई की विस्तृत जांच की। पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों से मुलाकात कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए गए।
पुलिस कार्यप्रणाली की नियमित समीक्षा का हिस्सा
उत्तराखंड पुलिस द्वारा प्रत्येक छह माह में थानों का अर्द्धवार्षिक निरीक्षण किया जाता है। इसका उद्देश्य पुलिस कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, अनुशासन और दक्षता को सुनिश्चित करना है।
हरिद्वार जिले में हाल के वर्षों में कानून-व्यवस्था को लेकर कई बार चुनौतियाँ सामने आई हैं। ऐसे में वरिष्ठ अधिकारी नियमित निरीक्षणों के माध्यम से थानों की कार्यक्षमता, अभिलेख प्रबंधन और पुलिसकर्मियों की कार्यशैली की समीक्षा कर रहे हैं।
इस प्रक्रिया का मकसद न केवल प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करना है, बल्कि जनता के प्रति पुलिस की जवाबदेही को भी बढ़ाना है।
थाना झबरेड़ा में विस्तृत जांच और बैठक
दिनांक 26 अक्टूबर 2025 को पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) हरिद्वार ने थाना झबरेड़ा का औचक अर्द्धवार्षिक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने थाने के अभिलेखों, रोजनामचा, मालखाना, आर्म्स-अम्यूनिशन, कंप्यूटर सेक्शन और थाने की साफ-सफाई की बारीकी से जांच की।
उन्होंने पुलिसकर्मियों से थाने की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली और सुधार के सुझाव भी दिए।
निरीक्षण के उपरांत उन्होंने थाना परिसर में मौजूद समस्त अधिकारी और कर्मचारियों के साथ एक सम्मेलन आयोजित किया। इस सम्मेलन में पुलिसकर्मियों ने अपने कार्य से जुड़ी समस्याओं और क्षेत्रीय चुनौतियों के बारे में बताया, जिनका समाधान करने के लिए पुलिस अधीक्षक ने तत्काल दिशा-निर्देश दिए।
व्यवस्था सुधार पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ने कहा,
“थानों का निरीक्षण केवल औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह पुलिस की कार्यशैली और जनसेवा के स्तर को परखने का एक माध्यम है। सभी पुलिसकर्मी अनुशासन, समयबद्धता और संवेदनशीलता के साथ जनता की सेवा करें।”
उन्होंने यह भी कहा कि अभिलेखों का रखरखाव सटीक और अद्यतन होना चाहिए तथा थाने की साफ-सफाई और आर्म्स-अम्यूनिशन की देखरेख में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पुलिस व्यवस्था में बढ़ेगा अनुशासन और पारदर्शिता
इस निरीक्षण से थाना झबरेड़ा क्षेत्र में कार्यरत पुलिसकर्मियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।
स्थानीय लोगों का मानना है कि ऐसे निरीक्षणों से पुलिस पर जवाबदेही का दबाव बढ़ता है और इससे जनता की सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर होती है।
नियमित जांच से यह सुनिश्चित होता है कि थाने में दर्ज शिकायतों का निस्तारण समय पर और निष्पक्ष रूप से किया जाए।
ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों ने पुलिस अधीक्षक के इस कदम की सराहना की और इसे जनहित में बताया।
हरिद्वार में पहले भी हुए प्रभावी निरीक्षण
हरिद्वार जिले में बीते कुछ महीनों में से अधिक थानों का निरीक्षण किया जा चुका है।
हर निरीक्षण के बाद पुलिस विभाग ने सुधारात्मक कदम उठाए हैं — जैसे कि अभिलेखों का डिजिटलीकरण, मालखानों की पारदर्शिता बढ़ाना और जन शिकायत निवारण सेल को मजबूत करना।
इन प्रयासों से पुलिसिंग में सुधार आया है और अपराध नियंत्रण की प्रक्रिया भी अधिक सुव्यवस्थित हुई है।
पारदर्शी पुलिसिंग की दिशा में एक और कदम
थाना झबरेड़ा का अर्द्धवार्षिक निरीक्षण पुलिस प्रशासन की पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) द्वारा दिए गए निर्देशों से थाने की कार्यप्रणाली में सुधार आने की उम्मीद है।
साथ ही, पुलिसकर्मियों की समस्याओं को सुनना यह दर्शाता है कि विभाग अपने कार्मिकों के कल्याण के प्रति भी गंभीर है।
यह भी पढ़ें–हरिद्वार में नशे पर वार: पथरी पुलिस ने घोसीपुरा तिराहे से पकड़ा युवक, 20 लीटर कच्ची शराब बरामद…
उत्तराखंड की सभी ताज़ा और महत्वपूर्ण ख़बरों के लिए ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़ WHATSAPP GROUP से जुड़ें और अपडेट सबसे पहले पाएं
यहां क्लिक करें एक और हर अपडेट आपकी उंगलियों पर!
यदि आप किसी विज्ञापन या अपने क्षेत्र/इलाके की खबर को हमारे न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म पर प्रकाशित कराना चाहते हैं, तो कृपया 7060131584 पर संपर्क करें। आपकी जानकारी को पूरी जिम्मेदारी और भरोसे के साथ प्रसारित किया जाएगा।”

