सबसे सटीक ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़…
उत्तर प्रदेश के बरेली में हाल ही में हुए दंगे के बाद पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 15 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के साथ ही शहर में फ्लैग मार्च भी निकाला गया, ताकि आम लोगों में सुरक्षा और भरोसे का माहौल बनाया जा सके।
बरेली में तनाव क्यों फैला?
बरेली शहर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद अचानक उपद्रव भड़क उठा था। [DATA_REQUIRED] के अनुसार कुछ लोगों ने सड़क पर जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। इससे पहले भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ऐसी घटनाएं सामने आती रही हैं, जिन पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को अतिरिक्त बल तैनात करना पड़ा था

कब, कहाँ और कैसे हुआ बवाल
शनिवार को पुलिस ने 12 उपद्रवियों को जेल भेजा था। रविवार को थाना बरादरी और थाना कोतवाली पुलिस ने 15 और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से पुलिस ने भारी मात्रा में सामग्री बरामद की है। इसमें—
- प्लास्टिक के कट्टों में रखे ईंट-पत्थर
- पांच जोड़ी पुरानी चप्पलें
- 12 बोर का जिंदा कारतूस
- 13 बोर के खोखे में जिंदा कारतूस
- 315 बोर का तमंचा
- बरामद हुआ। यह सामान स्पष्ट करता है कि उपद्रव योजनाबद्ध तरीके से किया गया था।
अधिकारियों के बयान
बरेली सिटी के एसपी मानुष पारीक ने कहा
जुमे की नमाज के बाद कुछ लोगों ने उपद्रव मचाया था। अब तक कुल 10 एफआईआर दर्ज हुई हैं। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है और सभी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
वहीं डीआईजी अजय साहनी ने संवेदनशील इलाकों में पुलिस और पीएसी बल के साथ फ्लैग मार्च किया। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ हालात पर नजर रखे हुए है।
स्थानीय असर: लोगों की दिनचर्या पर प्रभाव
दंगे की घटनाओं से स्थानीय नागरिकों में डर और असुरक्षा का माहौल देखने को मिला। बाजारों में भीड़ कम रही और दुकानें जल्दी बंद हो गईं। स्कूल-कॉलेजों के आसपास सुरक्षा बढ़ाई गई है ताकि छात्रों और अभिभावकों को कोई परेशानी न हो।
व्यापारियों का कहना है कि ऐसी घटनाओं से कारोबार प्रभावित होता है और बाहर से आने वाले लोग शहर में आने से कतराते हैं।
आंकड़े और तुलना: पहले की घटनाओं से सबक
बरेली में दंगा कोई पहली घटना नहीं है। बरेली में उपद्रवियों ने पेट्रोल बम से शहर को जलाने की साजिश रची जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया। मौलाना द्वारा भड़काऊ बयान देकर भीड़ को इकट्ठा किया गया था जिनके हाथों में हथियार और पेट्रोल बम थे। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई करते हुए उपद्रवियों को काबू में किया और घटनास्थल से पेट्रोल बम बरामद किए। के अनुसार पिछले पांच वर्षों में पश्चिमी यूपी में ऐसी कई घटनाएं हुईं, जिनमें पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी पड़ी। हालिया गिरफ्तारी और फ्लैग मार्च यह संकेत देता है कि प्रशासन अब किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतेगा।
बरेली पुलिस की त्वरित कार्रवाई और फ्लैग मार्च ने जनता को सुरक्षा का संदेश दिया है। हालांकि, घटनाएं बताती हैं कि समाज में शांति और आपसी भाईचारा बनाए रखना सबसे ज़रूरी है। प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं, लेकिन नागरिकों को भी जिम्मेदारी निभानी होगी कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
यह भी पढ़ें– मीरापुर में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़, 1 लाख का इनामी अपराधी ढेर..
उत्तराखंड की सभी ताज़ा और महत्वपूर्ण ख़बरों के लिए ज्वालापुर टाइम्स न्यूज़ WHATSAPP GROUP से जुड़ें और अपडेट सबसे पहले पाएं
यहां क्लिक करें एक और हर अपडेट आपकी उंगलियों पर!
यदि आप किसी विज्ञापन या अपने क्षेत्र/इलाके की खबर को हमारे न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म पर प्रकाशित कराना चाहते हैं, तो कृपया 7060131584 पर संपर्क करें। आपकी जानकारी को पूरी जिम्मेदारी और भरोसे के साथ प्रसारित किया जाएगा।”

