भोपाल वीवीआईपी इलाके चार इमली में एटीएस आईजी से लूट के बाद जांच करती पुलिस टीम।भोपाल वीवीआईपी इलाके चार इमली में एटीएस आईजी से लूट के बाद जांच करती पुलिस टीम।

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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले चार इमली क्षेत्र में एक चौंकाने वाली वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एटीएस और इंटेलिजेंस के आईजी डॉ. आशीष के साथ देर रात लूट की घटना हुई, जिसमें बदमाश उनका संवेदनशील डेटा वाला मोबाइल फोन लेकर फरार हो गए।

सुरक्षित इलाका, असुरक्षित हालात

चार इमली क्षेत्र भोपाल का वीवीआईपी ज़ोन है, जहाँ राज्य के शीर्ष अधिकारी, मंत्री और वरिष्ठ नौकरशाह रहते हैं। यह इलाका सुरक्षा की दृष्टि से सबसे संवेदनशील माना जाता है और यहां पर पुलिस की गश्त भी नियमित रहती है। इसके बावजूद उच्च पदस्थ आईपीएस अधिकारी के साथ ऐसी घटना होना सुरक्षा ढांचे की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है।

कब, कहाँ और कैसे

मंगलवार देर रात करीब 10 बजे, एटीएस और इंटेलिजेंस के आईजी डॉ. आशीष अपनी पत्नी के साथ डिनर के बाद टहल रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार दो बदमाश वहां पहुंचे और उन पर झपट्टा मारकर उनके दो मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए।सूत्रों के मुताबिक:

  • एक फोन में रोज़मर्रा की जानकारी थी, जिसे पुलिस ने घटनास्थल से 20 मिनट बाद बरामद कर लिया।
  • दूसरा फोन अत्यधिक संवेदनशील था, जिसमें खुफिया इनपुट और गुप्त जानकारियां मौजूद होने की आशंका जताई जा रही है।
  • उस फोन की आखिरी लोकेशन कोलार गेस्ट हाउस इलाके में ट्रेस हुई, जिसके बाद डिवाइस को बंद कर दिया गया।

आधिकारिक बयान

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महकमे ने तुरंत कार्रवाई शुरू की है। सूत्रों के अनुसार, एक विशेष टीम गठित कर आरोपियों और गायब फोन की तलाश के लिए सघन अभियान छेड़ा गया है।

स्थानीय प्रभाव

इस घटना ने न केवल प्रशासन बल्कि स्थानीय निवासियों को भी असुरक्षित महसूस कराया है।

  • चार इमली जैसे हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में लूट होना जनता में भय का कारण बन रहा है।
  • आम नागरिकों का भरोसा सुरक्षा व्यवस्था पर कमजोर हो सकता है।
  • आईजी स्तर के अधिकारी पर हमला होने से यह संदेश गया है कि अपराधी अब निर्भीक होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं।

तुलना और आँकड़े

मध्य प्रदेश पुलिस के आंकड़ों के अनुसार,

पिछले तीन वर्षों में राजधानी भोपाल में वीआईपी इलाकों में सुरक्षा उल्लंघन की घटनाएँ लगभग नगण्य रही हैं। लेकिन यह मामला इस धारणा को तोड़ता है कि वीवीआईपी क्षेत्रों में अपराध संभव नहीं।

गौरतलब है कि इससे पहले भी वर्ष 2019 में पुलिस हाउसिंग कॉलोनी के पास वरिष्ठ अधिकारी के घर से चोरी का मामला सामने आया था, लेकिन इस स्तर का अपराध लंबे समय बाद घटित हुआ है।

सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप

आईजी के फोन में संवेदनशील जानकारी होने के चलते खुफिया एजेंसियां चिंतित हैं। माना जा रहा है कि यदि वह जानकारी गलत हाथों में गई तो राज्य और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। यही वजह है कि तकनीकी और साइबर सेल की संयुक्त टीम फोन की लोकेशन ट्रैक करने और बदमाशों को पकड़ने में जुटी हुई है।

भोपाल के चार इमली इलाके में एटीएस और इंटेलिजेंस आईजी से हुई यह लूट घटना केवल कानून-व्यवस्था पर ही नहीं बल्कि सुरक्षा तंत्र पर भी सवाल खड़े करती है। यह मामला दिखाता है कि अपराधी कितने बेखौफ हो चुके हैं।
नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षा एजेंसियों को तकनीकी निगरानी और गश्त व्यवस्था और अधिक सख्त करने की जरूरत है।

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By ATHAR

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