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हरिद्वार, 25 नवंबर 2024 – जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह के आदेश पर जनपद के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर जिला प्रशासन द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। इस कार्रवाई के दौरान कई केंद्रों में अनियमितताएं पाई गईं, जिससे पूरे प्रशासनिक अमले में हलचल मच गई।
सिटी मजिस्ट्रेट कुशुम चौहान द्वारा किए गए निरीक्षण में पाया गया कि आवास विकास कॉलोनी आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत 10 बच्चों में से केवल 4 उपस्थित थे, जबकि न्यू विकास कॉलोनी केंद्र में 14 में से 4, टिबड़ी नंबर-2 केंद्र में 23 में से 9 और टिबड़ी नंबर-3 केंद्र में 20 में से 6 बच्चे ही मौजूद थे। इसी तरह, अपर उप जिलाधिकारी रुड़की युक्ता मिश्रा के निरीक्षण में पाया गया कि बढ़ेड़ी राजपूताना और घोड़ेवाला के कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकत्रियां अनुपस्थित थीं, कई स्थानों पर पंजीकृत बच्चों की संख्या तो थी, लेकिन वास्तविक उपस्थिति बहुत कम रही। कुछ केंद्रों में उपस्थिति पंजिका तक उपलब्ध नहीं थी, जिससे वहां की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हुए।
लक्सर के खंड विकास अधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान पाया गया कि हबीबपुर कुड़ी के आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली और शौचालय की सफाई की स्थिति खराब थी, जबकि आकोढ़ा खुर्द के केंद्रों में पीने के पानी और बिजली की व्यवस्था नहीं थी। वहीं, रुड़की के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आशीष कुमार मिश्रा के निरीक्षण में ग्राम शेरपुर और गोविंद नगर के केंद्रों में भी शौचालय अनुपयोगी पाए गए और सहायिकाओं के पद रिक्त मिले।
नारसन और खानपुर ब्लॉक के निरीक्षण में भी पेयजल, शौचालय और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी देखी गई। कुछ केंद्रों में खाद्यान्न सामग्री कई महीनों से नहीं पहुंची, जिससे पोषण कार्यक्रम प्रभावित हुआ। बच्चों की कम उपस्थिति भी बड़ी चिंता का विषय रही, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि कई केंद्रों में व्यवस्थाएं सुचारू रूप से नहीं चल रही हैं।
इस निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने, स्वच्छता बनाए रखने और आवश्यक सुविधाओं को जल्द से जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि अनियमितताएं जारी रहीं, तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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